अलवर: राजस्थान में अब छात्रों की डिग्रियों का होम डिलीवरी शुरू होने वाला है। मत्स्य विश्विद्यालय की ओर से आने वाले सत्र तक सभी डिग्रियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लेन की पहल की जा रही है। इसका लाभ करीब ढाई लाख विद्यार्थियों को मिलेगा। घर बैठे ही छात्रों को डिग्रियां मिल सकेंगी। इसकी शुरुआत जल्द […]
अलवर: राजस्थान में अब छात्रों की डिग्रियों का होम डिलीवरी शुरू होने वाला है। मत्स्य विश्विद्यालय की ओर से आने वाले सत्र तक सभी डिग्रियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लेन की पहल की जा रही है। इसका लाभ करीब ढाई लाख विद्यार्थियों को मिलेगा। घर बैठे ही छात्रों को डिग्रियां मिल सकेंगी। इसकी शुरुआत जल्द की जा सकती है। विश्विद्यालय के इस निर्णय से छात्रों की भागदौड़ खत्म हो जाएगी।
अब तक डिग्रियों के लिए छात्रों को विश्विद्यालय से लेकर कॉलेजों तक दौड़ लगानी पड़ती थी। ऐसे में अब विश्विद्यालय के इस निर्णय से छात्रों को आसानी से डिग्रियां मिल जाएगी और उनकों भागदौड़ भी नहीं करनी पड़ेगी। छात्रों की इसी परेशानी को देखते हुए विश्विद्यालय स्नातक और परास्नातक दोनों कक्षाओं की वर्ष 2017 से 2022 तक की डिग्रियां ऑनलाइन करेगा। इसकी पूरी प्रक्रिया विश्वविद्यालय बना रहा है। बताते हैं कि एक साल में लगभग 50 हजार छात्र पासआउट होते हैं। इस तरह पांच साल में करीब ढाई लाख छात्रों की डिग्रियां ऑनलाइन होंगी।