जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिपरजॉय चक्रवात ने कच्छ में भारी नुकसान किया है लेकिन कच्छ के लोगों ने हिम्मत और तैयारी से इतने खतरनाक तूफान का जिस तरह मुकाबला किया, वह अभूतपूर्व है।
पीएम मोदी ने की मन की बात
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की है. यह मन की बात का 102 वां संस्करण था. इस एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि बड़े से बड़ा लक्ष्य हो या कठिन से कठिन चुनौती, भारत के लोगों की सामूहिक शक्ति से हर चुनौती का हल निकल जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी हमने दो तीन पहले देखा कि देश के पश्चिमी छोर पर चक्रवाती तूफान आया। इस दौरान तेज हवाएं और बारिश हुईं। साइक्लोन बिपरजॉय ने कच्छ में भारी नुकसान किया लेकिन कच्छ के लोगों ने हिम्मत और तैयारी से इतने खतरनाक तूफान का जिस तरह मुकाबला किया, वह अभूतपूर्व है।
2001 में आए कच्छ भूकंप का किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने 2001 में आए भूकंप का जिक्र करते हुए कहा कि दो दशक पहले विनाशकारी भूकंप के बाद कहा जाता था कि कच्छ कभी उठ नहीं पाएगा लेकिन आज वही जिला देश के तेजी से विकसित होते जिलों में से एक है। प्रधानमंत्री ने बिपरजॉय तूफान को लेकर कहा कि मुझे विश्वास है कि साइक्लोन बिपरजॉय ने जो तबाही मचाई है, उससे भी कच्छ के लोग बहुत जल्द उभर जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की जो ताकत विकसित की है, वह आज एक उदाहरण बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है प्रकृति का संरक्षण। मानसून के समय में तो जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। कैच द रेन जैसे अभियानों के जरिए इस दिशा में सामूहिक प्रयास किया जा रहा है।
2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने का किया जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नदी, नहर और सरोवर सिर्फ जल स्त्रोत नहीं हैं बल्कि इनमें जीवन के रंग और भावनाएं जुड़ी हुई हैं। महाराष्ट्र में सालों के इंतजार के बाद निलवांडे बांध का काम पूरा हो रहा है। कुछ दिन पहले जब कैनाल में टेस्टिंग के लिए पानी छोड़ा गया तो कई भावुक कर देने वाली तस्वीरें सामने आईं। प्रधानमंत्री ने जल प्रबंधन और नौसेना को लेकर शिवाजी महाराज को सराहा। उन्होंने कहा कि जल प्रबंधन और नौसेना को लेकर शिवाजी महाराज ऐतिहासिक काम किए, उनके बनाए जलदुर्ग आज भी समंदर के बीच शान से खड़े हैं। शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक को 350 वर्ष पूरे हुए हैं, जिसे एक बड़े पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के संकल्प का जिक्र किया और जानकारी देते हुए बताया कि 10 लाख टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है।