जयपुर: राजस्थान में वर्षो से चली आ रही नई जिलों की मांग को लेकर गहलोत सरकार ने 17 मार्च 2023 को बड़ा फैसला लेते हुए राजस्थान में 19 नये जिले बनाने की घोषणा की थी। जिसमे जयपुर को दो भागों में बाटने का भी ऐलान किया गया था। जिसका विरोध लगातार देखने को मिल रहा था। लेकिन राजस्थान में जिलों के गठन को लेकर सीएम हाउस पर बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में जयपुर के सभी विधायक सहित कांग्रेस के अन्य नेता शामिल हुए। सीएम अशोक गहलोत ने नेताओं से नए जिलों के गठन को लेकर फीडबैक लिया।
जन भावनाओं का होगा सम्मान
सीएम के साथ हुई बैठक में मंत्री खाचरिवास ने कहा कि जिलों के विभाजन को लेकर टकराव हो रहा है। ऐसे में जान भावनाओं को देखते हुए ही जिलों का निर्माण किया जायेगा। जो लोग नए जिलों में नहीं जाना चाहते है उन्हें नए जिलों में नहीं भेजा जाएगा। सीएम गहलोत ने खुद कहा है कि जान भावनाओं का सम्मान करेंगे।
जयपुर में नहीं होगा परिवर्तन
मंत्री खाचरिवास ने कहा कि जयपुर में कोई परिवर्तन नहीं होगा। जयपुर हेरिटेज और ग्रेटर के ढाई सौ वार्ड एक ही रहेंगे। जयपुर के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री गहलोत के सामने अपनी बात रखी है। सीएम ने साफ कहा है कि जनता की भावनाएं सबसे महत्वपूर्ण है, उन्हीं को देखते हुए नये जिलों का निर्माण करवाया जाएगा।
सीएम गहलोत की कहना है कि नये जिलों के गठन को लेकर बेवजह टकराव नहीं होना चाहिए। हम चुनाव में जा रहे हैं, बेवजह टकराव क्यों करेंगे।