जयपुर: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। इसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस सहित तमाम पार्टियां भी अपने क्षेत्र में जोर आजमाइश कर रही हैं। इसी बीच में आदिवासी क्षेत्र की सबसे चर्चित भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने उदयुपर संभाग के ट्राइबल क्षेत्र डूंगरपुर में हुई जनसभा में अपने भाषण के दौरान कहा कि बीटीपी को अब कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए। सीएम के इस बयान पर अब चारों तरफ चर्चाएं तेज हो गई हैं।
भारतीय ट्राइबल पार्टी का अस्तित्व क्या है ?
दरअसल भारतीय ट्राइबल पार्टी गुजरात के ट्राइबल क्षेत्र और उदयपुर संभाग के जनजाति क्षेत्र में है। इसके राजस्थान विधानसभा में दो विधायक हैं। साथ ही चर्चा है कि पहले भारतीय ट्राइबल पार्टी का जनजाति क्षेत्र में काफी वर्चस्व हुआ करता था। लेकिन अब आदिवासी समाज ने अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है। इसके बाद बीटीपी का अस्तित्व अब खतरे में नजर आ रहा है। हालांकि बीटीपी के पदाधिकारी प्रदेश के विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार उतारकर चुनाव लड़ने का दावा कर चुके है।
BTP को कांग्रेस में मर्ज हो जाना चाहिए
डूंगरपुर जिले में सभा के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आपके यहां के बीटीपी के 2 विधायकों ने संकट के वक्त हमारा साथ दिया, यह में स्वीकार करता हूं। उनको मैंने समझाया कि आपकी पार्टी का भविष्य कहां है। बीटीपी के राष्ट्रीय नेता छोटू भाई गुजरात में खुद चुनाव हार गए। उनको समझना चाहिए कांग्रेस की विचारधारा देश की विचारधारा है। उनको कांग्रेस में मर्ज होना चाहिए। उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी तोड़ने का काम कर रही है। जहां बीजेपी की सरकार नहीं है वहां केंद्र की एजेंसियों का प्रयोग किया जा रहा है और सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है।