जयपुर। आज चिकित्सक दिवस है. चिकित्सक दिवस पहली बार एक जुलाई 1991 में मनाया गया था। महान चिकित्सक डॉ.बिधान चंद्र रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 को हुआ था। इतना ही नहीं एक जुलाई 1962 को ही डॉ.बिधान का निधन हुआ था। इसी वजह से उनके जन्मदिन और पुण्यतिथि के दिन पर ही उनकी याद में हर चिकित्सक को सम्मान देने के लिए 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की घोषणा की गई ।
कौन थे डॉक्टर बीसी रॉय ?
डॉ. बीसी रॉय एक स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षा के समर्थक, प्रसिद्ध डॉक्टर भी थे । जिन्हें 4 फरवरी, 1961 को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था । डॉक्टर देश के सैनिक हैं, जो सीमाओं पर नहीं लड़ते हैं बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने और जीवन प्रत्याशा में सुधार करने के लिए समर्पित रूप से काम करते हैं। मानव स्वास्थ्य के प्रति उनका योगदान अपेक्षाओं से परे है।
एक हजार आबादी पर डॉक्टरों की कितनी संख्या ?
भारत में एक हजार की आबादी पर डॉक्टरों की संख्या का अनुपात एक हजार पर केवल 0.62 है। ज्ञात रहे कि डब्ल्यूएचओ एक हजार की आबादी पर एक डॉक्टर का मानक तय करता है । जून 2022 तक देश में पंजीकृत एलोपैथी डॉक्टरों की कुल संख्या है। साथ ही 5.65 लाख आयुष डॉक्टर पंजीकृत हैं. डॉक्टर्स मानव स्वास्थ्य के प्रति उनका योगदान अपेक्षाओं से परे है । आम जनता की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए वे हमेशा जान जोखिम डालकर कोविड- 19, प्लेगए फ्लू, इबोला और अन्य जैसी महामारी की स्थिति पर आगे बढ़कर कार्य करते हैं। आस्था कहें, विश्वास कहें या चमत्कार चिकित्सा जगत में ऐसे कई घटनाक्रम आम हैं जहां गम्भीर बीमारी या दुर्घटना से जूझ रहा व्यक्ति भी मौत के मुंह से वापस आ जाता है। इसमे ईश्वर की माया के साथ डॉक्टर की काबिलियत और खुद मरीज का विश्वास भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।