जयपुर: राजस्थान में विधानसभा का चुनाव होने में महज चंद महीने ही बचे है, ऐसे में हम आपके लिए उदयपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली वल्लभनगर विधानसभा का चुनावी समीकरण क्या है उसके बारे में चर्चा करेंगे। वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है। राजस्थान की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, यह क्षेत्र चित्तौड़गढ़ लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। जहां 2021 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इस बार वल्लभनगर विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है। हम आपके लिये लाये हैं विस्तृत कवरेज, जिसमें आप अपने विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों की सूची, पार्टी प्रचार व अन्य खबरों के साथ-साथ जान सकेंगे यहां के विजेता, उपविजेता, वोट शेयर और बहुत कुछ।
2021 उपचुनाव में कांग्रेस की जीत
अगर बात करें 2021 में हुए उपचुनाव की तो वल्लभनगर में कुल 35.90 प्रतिशत वोट पड़े थे, 2021 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस से प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उदय लाल डांगी को 20606 वोटों के मार्जिन से हराया था। वल्लभनगर विधानसभा सीट चित्तौड़गढ़ के अंतर्गत आती है। इस संसदीय क्षेत्र से सी. पी. जोशी सांसद हैं और मौजूदा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी है। उन्होंने कांग्रेस के गोपाल सिंह को 576247 से हराया था। इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस, भाजपा और राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी के बीच मुकाबला है।
क्या है जातिगत समीकरण
अगर बात करें यहां की जातीय समीकरण की तो जातीय समीकरणों को साधे बगैर किसी भी चुनावों में जीत तक पहुंचना आसान नहीं होता. फिर चाहे चुनाव छोटा हो या बड़ा. धरियावद और वल्लभनगर में उप चुनाव है, भले ही इन सीटों को मेवाड़ अंचल में गिना जाता है। लेकिन दोनों जगह की सोशल सियासत बिल्कुल अलग है। आदिवासी बहुल सीटों में वल्लभनगर ओपन सीट है, लेकिन सर्वाधिक मतदाता जनजाति वर्ग से ही है। साफ है इस सीट पर आदिवासी मतदाता अहम भूमिका निभाते है. आइए बताते है वल्लभनगर की जातीय समीकरण को लेकर।
वल्लभनगर जातीय समीकरण
मीणा समाज – 75 हजार अनुमानित वोटर
ब्राह्मण समाज – 53 हजार अनुमानित वोटर
राजपूत समाज – 40 हजार अनुमानित वोटर
डांगी पटेल समाज- 25 हजार अनुमानित वोटर
जैन वैश्य समाज- 22 हजार अनुमानित वोटर
मुस्लिम बोहरा समाज – 10 हजार अनुमानित वोटर
साथ ही जाट ,गुर्जर, अहीर, जड़वा, सुथार, गायरी,पाटीदार,रेबारीतेली,सुनार,मेघवाल, जटिया,धाकड़ आदि समाज से करीब 40 हजार मतदाता हैं।
इस सीट पर राजपूतों का कब्जा
वल्लभनगर की इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के सर्वाधिक 12 राजपूत विधायक रह चुके हैं। 1952 में जनसंघ के दलीप सिंह, तो वहीं 1957, 67, 72 , 85, 93, 98 में कांग्रेस के राजपूत उम्मीदवार गुलाब सिंह शक्तावत, और 1977, 80 व 90 में कमलेंद्र सिंह राव, 2003 में भाजपा के रणधीर सिंह भींडर और 2008 में कांग्रेस के गजेंद्र सिंह शक्तावत राजपूत प्रत्याशियों के रूप में निर्वाचित हुए। वल्लभनगर विधानसभा सीट से 1952 के चुनाव में कांग्रेस ने बोहरा समाज के इस्माइल अली को टिकट दिया था, लेकिन वे चुनाव नहीं जीत पाए थे। उनके अलावा दोनों पार्टियों ने किसी भी गैर राजपूत उम्मीदवार को प्रत्याशी नहीं बनाया है।