Friday, September 20, 2024

राजस्थान : पिंडवारा आबू बदलाव में यकीन रखता है, इन पार्टियों के बीच जोरदार टक्कर

जयपुर। पिंडवारा आबू विधानसभा क्षेत्र राजस्थान की महत्वपूर्व सीट है. पिंडवारा आबू विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यह राजस्थान के सिरोही जिले में आती है. पिंडवारा आबू विधानसभा सीट राजस्थान की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है. सिरोही राजस्थान का पर्वतीय और सीमावर्ती जिला है. पहले सिरोही रियासत बड़ी रियासतों में से एक थी जिसका साम्राज्य काफी विस्तृत हुआ करता था. लेकिन आजादी के बाद सिरोही जिला बन गया. और इसका काफी हिस्सा पाली और जालौर जिले में चला गया. राजस्थान का पर्वतीय स्थल माउन्ट आबू इस जिले में हैं. तो वहीं जैन समुदाय की आस्था का केंद्र दिलवाड़ा जैन मंदिर भी सिरोही जिले में स्थित है. जानकारी के अनुसार इसका निर्माण ग्यारहवीं और तेरहवीं शताब्दी के बीच हुआ था, यह शानदार मंदिर जैन धर्म के र्तीथकरों को समर्पित है.  

पिंडवारा विधानसभा में कितनी संख्या ?

सिरोही जिले की पिंडवारा आबू विधानसभा क्षेत्र की संख्या की बात करें तो 147 है. इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या 176121 है. यह अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है और जालौर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 330977 है जिसका 81.04 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 18.96 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. वहीं कुल आबादी का 44.7 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति और 10.77 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति हैं.

1977 में हुए पहली बार चुनाव

आपको बता दें कि 1977 में पिंडवाड़ा आबू विधान सभा क्षेत्र में कुल 82757 मतदाता थे। कुल वोटों की संख्या 28133 थी. इस सीट से जनता पार्टी के उम्मीदवार अल्दा राम जीते और विधायक बने. उन्हें कुल 12485 वोट मिले. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार भूरा राम कुल 11637 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वह 848 वोटों से हार गए थे.

1980 और 1985 में चुनाव के परिणाम

1980 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने चुनाव जीता था. कांग्रेस से भूराराम उम्मीदवार रहे थे. उन्हें कुल वोट 65.55% मिला था. वहीं भारतीय जनता पार्टी दूसरे स्थान पर रही थी. उन्हें कुल वोट 24.62% मिला था. 1985 में हुए चुनाव की बात करें तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से सुरमा राम की जीत हुई थी. उन्हें कुल वोट 62.3% मिला था. वहीं बीजेपी से भैरा राम को 18.48% वोट मिला था.

1990 और 1993 में हुए चुनाव

1990 में हुए चुनाव की बात करें तो बीजेपी से प्रभु राम गरासिया उम्मीदवार रहे थे. उन्हें कुल वोट 51.04% मिला। बीजेपी ने इसके बाद जीत दर्ज कराई। वहीं दूसरे स्थान पर सूरमा राम गरासिया जो आईएनसी से उम्मीदवार रहे. उन्हें कुल वोट 33.24% मिला। बात करें अगर 1993 में हुए विधानसभा चुनाव कि तो 1993 में बीजेपी से प्रभु राम गरासिया को 47.41% वोट मिले थे. इस चुनाव में बीजेपी की जीत हुई थी.

1998 और 2003 में हुए चुनावी परिणाम

1998 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से लाल राम गरासिया उम्मीदवार रहे थे. उन्हें कुल वोट 56.25% मिला। 1998 में कांग्रेस की जीत हुई थी. दूसरे स्थान पर भाजपा से प्रभु राम उम्मीदवार रहे. उन्हें 37.71% वोट मिला। 2003 में बीजेपी से उम्मीदवार समाराम को 40.54% वोट मिले थे. और उनकी जीत हुई थी.

2008 और 2013 में हुए चुनाव परिणाम

बात करें अगर 2008 में हुए विधानसभा चुनाव की तो आईएनसी से गंगा उम्मीदवार रही. उन्हें कुल सीट 44.42% मिली। जिसके बाद उनकी जीत हुई थी. दूसरे स्थान पर बीजेपी रही. बीजेपी से दुर्गाराम उम्मीदवार रहे. उन्हें कुल वोट 40.71% मिला। 2013 में भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई, बीजेपी से समाराम गरासिया उम्मीदवार रहे थे. उन्हें कुल वोट 48.73% मिला था. वहीं दूसरे स्थान पर गंगाबेन गरासिया कांग्रेस से उम्मीदवार रही। उन्हें 24.27% वोट प्राप्त हुए.

2018 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे

2018 में हुए पिंडवारा विधानसभा चुनाव की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई. बीजेपी से समाराम गरासिया उम्मीदवार रहे थे. उन्हें कुल वोट 49.7% मिले थे. वहीं दूसरे स्थान पर कांग्रेस से लाल राम उम्मीदवार रहे. उन्हें कुल वोट 30.37% मिले।

आगामी विधानसभा चुनाव में क्या ?

आगामी सिरोही विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के बीच जोरदार मुकाबला होने वाला है. अभी तक के हुए चुनाव का निष्कर्ष निकाला जाए तो पांच बार बीजेपी और चार बार कांग्रेस ने पिंडवारा विधानसभा में जीत का परचम लहराया है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी जीती थी. आगामी विधानसभा चुनाव में जीत किसकी होगी? यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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