जयपुर: राजस्थान में 14 जुलाई से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद से 15वीं विधानसभा का सत्र चल रहा है। ऐसे में राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को सदन की कार्रवाई हंगामेदार रही। प्रश्नकाल से लेकर शून्य काल तक सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच कई बार तीखी नोंक-झोंक और तकरार देखने को मिली। वहीं स्पीकर सीपी जोशी भी हर बार की तरह सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध दूर करने और हंगामा शांत करवाने के लिए सख्ती से पेश आये। प्रश्नकाल में जनहित से जुड़े कई मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की। हालांकि संबंधित मंत्री भी पूरी तैयारी के साथ सवालों का जवाब देते दिखे।
मंत्री धारीवाल और भाजपा विधायक के बीच नोंक-झोक
प्रश्नकाल के दौरान राजधानी जयपुर में परिवहन सेवा गड़बड़ाने और निजी बस संचालकों की मनमानी का मुद्दा उठा। इस दौरान मंत्री शांति धारीवाल और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ के बीच नोंक-झोक देखने को मिली। इस पर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला।
इसी तरह से भर्ती प्रक्रिया और रिक्रूटमेंट को लेकर उठे एक सवाल के बाद हंगामे की स्थिति बनी। जिसपर स्पीकर सीपी जोशी ने सदस्यों को शांति बनाए रखने को कहा। इसके बाद भी शोर-शराबा नहीं थमा तो स्पीकर जोशी को यहां तक कहना पड़ा कि सदन से बाहर निकालने में पहले भी इतिहास बना चुका हूं, अब वे इसे रिपीट नहीं करना चाहता हूं।
नकल माफिया विधेयक पर चर्चा
आपको बता दें कि आज विधानसभा में सरकार की ओर से नकल माफिया और संगठित अपराध करने वालों पर अब सख्ती को लेकर दो विधेयक चर्चा के बाद पारित होने हैं। ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने के लिए महाराष्ट्र और दिल्ली में सख्त कानून है। अब इस तरह का कानून लागू करने वाला राजस्थान देश का तीसरा राज्य होगा। हालांकि इस विधेयक को पेश कर नकल माफिया को उम्रकैद की सजा देने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य होगा।