जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के कानोत में पिछले 14 सालों से अवैध रुप से रोहिंग्या बसे हुए हैं. ये मामला पुलिस प्रशासन के ऊपर कई सवाल खड़े करता है कि आखिर इनसे आजतक किसी ने पूछताछ क्यों नहीं की, लेकिन ताजा जानकारी के अनुसार अब इन रोहिंग्याओं पर मामला दर्ज किया जा चुका है. हाल ही में एसीपी बस्सी मेघचंद मीणा की ओर से एक मुकदमा दर्ज कराया गया है. बीते दिनों रोहिंग्या अब्दुल गफूर ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनाया था, जब इस पार्सपोर्ट की जांच भारतीय पासपोर्ट जांच में की गई तो इसके सारे दस्तावेज फर्जी पाए गए. जिसके बाद उसके पासपोर्ट को निरस्त कर दिया गया.
पासपोर्ट से हुआ भंडाफोड़
बता दें कि आगरा रोड स्थित न्यू बगराना कॉलोनी में अब्दुल गफूर अपनी मां, पत्नी और दो बेटियों के साथ रह रहा था. उसने पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन किया था. जांच में पाया गया कि उसके द्वारा दिए गए सारे दस्तावेज नकली हैं, जिसके बाद से उसके ऊपर कार्रवाई की गई.
केस दर्ज किया गया
किसी राज्य के राजधानी में पिछले 14 साल से रोहिंग्या अवैध रुप से रह रहे हैं और किसी भी प्रशासनिक पधाधिकारी को इसकी भनक नहीं लगी. ये अपने आप में सवालों के घेरे में खड़ा करने वाला विषय है. मामला उजागर होने के बाद परिवार के ऊपर पासपोर्ट अधिनियम सहित अन्य धराओं में मामला दर्ज कराया गया.