जयपुर। अलवर जिले के रैणी तहसील के बिलौटा गांव के पास जिंक, सिल्वर डिपाजिट मिलने के संकेत मिले हैं. इसका खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की तरफ से विस्तृत एक्सप्लोरेशन कराने का निर्णय लिया गया है. माइंस और पेट्रोलियम विभाग के निदेशक संदेश नायक को अतिरिक्त निदेशक जियोलॉजी आलोक जैन के नेतृत्व में अधिकारियों ने रैणी क्षेत्र के बिलेटा गांव से लाया हुआ सैंपल दिखाया. सैंपल देखने के बाद संदेश नायक ने संभावना व्यक्त की है कि प्रदेश में अलवर में भी लेड जिंक और चांदी के भंडार मिलने के संकेत मिले हैं.
अलवर जिले में चांदी के भण्डार
आईएस सन्देश नायक ने बताया कि अभी तक साउथ दिल्ली बेलतर में भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, अजमेर में लेड, जिंक के डिपॉजिट मिले हैं. जिसमें हिन्दुस्तान जिंक द्वारा द्वारा माइनिंग की जा रही है. लेकिन यह पहला बार है कि जब नॉर्थ दिल्ली बेल्ट में लेड, सिल्वर के डिपॉजिट मिलने के संकेत मिल रहे हैं.
सन्देश नायक ने दी जानकारी
सन्देश नायक ने जानकारी देते हुए बताया कि अलवर जिले के रैणी क्षेत्र के बिलेटा के पास लगभग 20 वर्ग किलोमीटर में डिपॉजिट मिलने की संभावना है. अधिकारियों द्वारा इक्कट्ठा किए गए सैंपल के अनुसार इसमें सल्फाइड, जिंक, लेड, सिल्वर, मिनरल्स कॉपर, पाइराइट मिनरल्स के डिपॉजिट की संभावना है. सन्देश नायक ने बताया कि सैंपल के वजन का अध्ययन करने पर यह सामान्य पत्थर से 7 गुना अधिक वजनी चमकदार और लेयर में दिखाई दे रहा है.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
जानकारी के अनुसार अगर यह डिपॉजिट निकलते हैं. तो इस क्षेत्र में एप्लीकेशन का काम किया जाएगा। इससे तय समय सीमा में एक्सप्लोरेशन हो सकेगा. इसके बाद माइनिंग ब्लॉक तैयार किया जाएगा. जिससे कि स्थानीय लोगों को यहां पर रोजगार भी मिल सकेगा.