जयपुर: देश का सबसे बड़ा भूभाग वाला प्रदेश राजस्थान आज 50 जिलों वाला राज्य बन गया है। इसके लिए पूरी तैयारी की गई। सरकार ने एक नया मैप जारी कर दिया है। इसके साथ ही राज्य में कुल 10 संभाग के साथ पूरे 50 जिले हो गए। सीकर, पाली और बांसवाड़ा तीन नए संभाग बना दिए गए है। नए जिलों वालों क्षेत्रों में उत्साह का माहौल है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरे विधि-विधान मंत्रोच्चार के साथ नवगठित जिलों का उद्घाटन शिला पट्टिका का अनावरण बटन दबाकर किया। इस खास अवसर पर सीएम के साथ कई मंत्री भी रहें।
पूरे विधि-विधान मंत्रोच्चार के साथ हुआ स्थापना
नए जिलों की स्थापना के मौके पर वर्चुअल माध्यम से नवसृजित जिलों की सभी धर्मगुरूओं की उपस्थिति में विधि-विधान से स्थापना किया किया गया। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित हुए इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने किया। इसे लेकर सरकार में उत्साह का माहौल बना हुआ है. राजस्थान के लिए इन जिलों की घोषणा सीएम ने बजट में की थी। जो आज से मूर्त रूप लिया।
मंत्रियों को मिली नए जिलों की कमान
डीडवाना-कुचामन जिले में सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना, अनूपगढ़ जिले में आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल, सांचौर जिले में श्रम राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई, नीमकाथाना जिले में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, केकड़ी जिले में खान एवं पेट्रोलियम मंत्री प्रमोद जैन भाया, बालोतरा जिले में वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी, कोटपूतली-बहरोड जिले में उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, गंगापुर सिटी जिले में सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव को समारोह की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वहीं डीग जिले में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, खैरथल-तिजारा जिले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, सलूंबर जिले में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास , शाहपुरा जिले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री महेश जोशी, ब्यावर जिले में महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ,दूदू जिले में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, फलौदी जिले में शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कला एवं अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद, जयपुर ग्रामीण जिले में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, जोधपुर ग्रामीण जिले में तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग स्थापना समारोह की अध्यक्षता की जिम्मेदारी दी गई है.
इन जिलों की हुई स्थापना
कोटपूतली-बहरोड़, बालोतरा, खैरथल-तिजारा, अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, ब्यावर, जयपुर ग्रामीण, नीमकाथाना, डीडवाना-कुचामन, जोधपुर ग्रामीण, डीग, फलौदी, सलूम्बर, दूदू, केकड़ी, सांचौर, शाहपुरा जिले की स्थापना हुई।
आपको बता दें कि राजस्थान में इससे पहले श्रीगंगानगर, झालावाड़, कोटा, धौलपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, करौली, सवाई माधोपुर, पाली, दौसा, जयपुर, सिरोही, झुंझुनू, सीकर, बूंदी, बारां, बांसवाड़ा, जैसलमेर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, राजसमंद, भरतपुर, जोधपुर , अलवर, प्रतापगढ़, बाड़मेर, जालौर, अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, टोंक और उदयपुर समेत 33 जिले थे।