जयपुर: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जनकल्याणकारी योजना का असर राज्य में दिखने लगा है। महंगाई राहत कैंप के जरिए आम लोगो को महंगाई से राहत मिल रही है। जिले के 26 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के इस माह बिजली का बिल जीरो आया है। इसके साथ ही 7461 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने जनआधार से दो बार पंजीकरण कराया, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। जिले में अब तक 1.98 लाख उपभोक्ता योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
राज्य सरकार ने मुफ्त बिजली की थी घोषणा
राज्य सरकार की ओर से बजट में घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी। इसके लिए सरकार की ओर से महंगाई राहत शिविरों का आयोजन किया गया। इसमें उपभोक्ताओं के बिजली के बिल के नम्बर और जनआधार के माध्यम से रजिस्ट्रेशन किए गए। इसमें रजिस्ट्रेशन करवाने वाले उपभोक्ताओं को उक्त योजना का लाभ मिल रहा है। इसी के चलते जिले के 26 हजार से अधिक उपभोक्ताओं का इस माह बिजली का बिल जीरो आया है। यह योजना एक जून से शुरू हुई है।
महंगाई राहत कैंप में हुआ था पंजीकरण
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की ओर से महंगाई राहत शिविरों में दस योजनाओं के तहत पंजीकरण किए गए थे। कृषि उपभोक्ताओं को भी 2 हजार यूनिट बिजली के बिल मुफ्त दी जा रही है। इसमें भी सिर्फ वहीं उपभोक्ता शामिल है जिनके 6 घंटे थ्री फेस की सप्लाई दी जाती है।
दो बार रजिस्ट्रेशन से नहीं मिल रहा फायदा
राज्य सरकार की ओर से महंगाई राहत शिविर में 100 यूनिट फ्री बिजली के लिए जन आधार के माध्यम से रजिस्ट्रेशन किए गए। इसमें कई उपभोक्ताओं ने बिजली के दो कनेक्शन होने के कारण एक ही जन आधार से पंजीकरण करा दिया। ऐसे में अब उन उपभोक्ताओं को सिर्फ एक कनेक्शन का ही लाभ मिल रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 7 हजार से अधिक है।
पंजीकरण कराने वाले उपभोक्ताओं को मिल रहा फायदा
महंगाई राहत शिविर में रजिस्ट्रेशन कराने वाले उपभोक्ताओं के बिल में राहत मिल रही है। अगस्त माह में आए बिलों में 26,800 उपभोक्ताओं के जीरो बिल आए हैं। सरकार की ओर से फ्यूल सरचार्ज समाप्त किए जाने आदि के संंबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।