जयपुर। सीकर के कहारों की ढाणी में शनिवार को पंडित धीरेंद्र शास्त्री पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम से जुड़ने के लिए लोग बड़ी मात्रा में एकत्रित हुए.
सीकर पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री
शनिवार को धीरेंद्र शास्त्री सीकर पहुंचे. जिसके बाद वह सीकर के कहारों की ढाणी पहुंचे और जनता को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि राजस्थान को आस्था व शूरवीरों की धरती कहा। बोले, जहां मीरा व महाराणा प्रताप जैसी भक्त और देशभक्त हो और चेतक जैसे घोड़े व रामप्रसाद जैसे हाथी में ही देशभक्ति का जज्बा होता है, उस राजस्थान का होने पर यहां के लोगों को बड़ा गर्व होना चाहिए।
पर्ची निकालकर बताया राज
धीरेंद्र शास्त्री ने वहां मौजूद कई लोगों की पर्ची निकालकर उन्होंने उनके अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में बताया. जिसे सुनकर लोग हैरान रह गए. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इस दौरान सनानत धर्म की शक्ति के लिए हनुमानजी की भक्ति बढ़ाने को लेकर कहा कि वे चमत्कार दिखाने या कथा सुनाने नहीं, हर दिल में हनुमान जगाने आए हैं। दरबार में 400 रुपये उधार लेकर नीमकाथाना से आई एक फरियादी को पंडित शास्त्री ने वापस लौटने का किराया देकर भी श्रद्धालुओं का दिल जीत लिया।
सनातनियों की एकता को बताया गुरू दक्षिणा
धीरेंद्र शास्त्री ने जिस रामधुन से जनसभा की शुरूआत की उसे सालासर बालाजी के भक्त मोहनदास महाराज का बताया। उन्होनें कहा कि ये धुन उन्होंने कहा कि ये धुन उन्होंने सालासर बालाजी के मंदिर से ही चुराई थी। जो आज विदेशों में भी गाई जा रही है। वहीं सनातन धर्म का महत्तव बताते हुए उन्होंने सनातनियों की एकता को ही अपनी गुरु दक्षिणा बताया।