जयपुर: मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान में भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची की पारी घमासान है। कभी भी लिस्ट जारी हो सकती है। पार्टी ने दो दर्जन विधानसभा से अधिक सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं। इन नामों पर प्रदेश कमेटी में बनी सहमति के बाद पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी सहमति जताई है। बीजेपी ने 30 से 35 फीसदी मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का विचार कर लिया है। पार्टी दस हजार से अधिक वोटाें से जीतने वालों को टिकट में प्राथमिकता पर रखने का निर्णय लेकर छंटनी करेगी। हालांकि कुछ को रियायत रहेगी। महिला विधायकों के लिए अलग दृष्टिकोण रखा जा रहा है। जयपुर के टिकटों को लेकर अलग से फैसला रहेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को एक दिन के दौरे पर जयपुर आ रहे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार दोनों नेता प्रवास के दौरान अलग-अलग बैठकों में भाग लेंगे। दोनों चुनाव से संबंधित विषयों पर प्रदेश पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। दोनों बड़े नेता विधानसभा चुनाव का रोडमैप और चुनावी फॉर्मूला मंत्र देकर जाएंगे। इसके बाद पार्टी उसी लाइन पर वर्क करेगी।
गठबंधन का रास्ता खुला है
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने गठबंधन का रास्ता खुला रखा है। हालांकि इसके तहत शिवसेना और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को सिंगल डीजिट यानी 2-4 सीटें ही देगी। इससे गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल शिवसेना में शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा जैसे नेताओं को फायदा मिलेगा। भाजपा तीनों केंद्रीय मंत्रियों गजेंद्रसिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल व कैलाश चौधरी में किसी एक या दो को उतार सकती है। डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, सुखबीर सिंह,भागीरथ चौधरी, जैसे सांसदों को भी टिकट देने की आशंका है।
पहली सूची में इन सीटों के नाम होंगे शामिल
पहली सूची में इन सीटों के नाम की घोषणा भी जल्द हो सकती है। ए कैटेगरी में कोटा दक्षिण, लाडपुरा, बूंदी, झालरापाटन, खानपुर, आसींद, भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, बीकानेर पूर्व, रतनगढ़, फुलेरा, विद्याधर नगर, मालवीय नगर, अलवर शहर, अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, ब्यावर, नागौर, सोजत, रामगंजमंडी, पाली, बाली, सूरसागर, कोटा दक्षिण, सिवाना, सांगानेर, भीनमाल सीटें शामिल हैं। इनके अलावा मंजीत धर्मपाल, बलवीर लूथरा, सुमित गोदारा, वासुदेव देवनानी, विठ्ठल शंकर अवस्थी, मोहनराम चौधरी व रामप्रताप कासनिया के नाम भी लगभग फाइनल हैं।