Rajasthan Polls 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में है। राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के अध्यक्ष जयंत चौधरी बुधवार को भरतपुर के जाटौली रातभान गांव पहुंचे। उन्होंने वहां पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया और किसान सभा से चर्चा की। इस दौरान विधानसभा चुनावों को लेकर जयंत चौधरी ने कहा कि हमारी पार्टी ज्यादा भरोसे लायक है। हम उम्मीद करते हैं कि हमें और भी जगह मिलेगी। क्योंकि, लोकदल का पुराना चेहरा है, हमारी पार्टी की पहचान पुरानी है। चौधरी ने कहा- ऐसी सीट जिसे कांग्रेस 3 से 4 बार न जीत पाई हो, वह सीट हम जीतकर दिखा सकते हैं। सीकर, झुंझुनूं, नागौर से भी हमें मौका दिया जाए।
गठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ेगा
किसान सभा के बाद जयंत चौधरी ने एक प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने बताया कि हमारा गठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ने को सक्षम है। राजस्थान में जो ट्रेंड रहा है उसे तोड़ते हुए एक बार फिर कांग्रेस सरकार बनने वाली है। कांग्रेस सरकार ने इस बार उम्मीद से ज्यादा काम किए हैं। ERPC एक महत्वाकांक्षी योजना है, इसे लेकर केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं की। प्रदेश सरकार ने खुद ही बजट में इसका प्रावधान किया। सीएम गहलोत कह चुके हैं कि जितने भी संसाधन लगाने पड़े जाएं, परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा।
99 जीते थे और हमारा 1 जीता
जयंत चौधरी ने कहा- हम इंडिया के घटक दल हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ेगा। घटक दलों के आपसी टकराव और मतभेद होते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस अपना बड़ा दिल दिखाए। पिछली बार हम दो सीटों पर चुनाव लड़े थे, लेकिन अब हम विस्तार चाहते हैं। हमने दिखाया है कि हम दूसरे एलाइंस की तरह नहीं हैं, हम कहीं टस से मस नहीं हुए, उनके 99 जीते थे और हमारा 1 जीता था।
जयंत चौधरी ने कहा
हम पर भरोसा किया जा सकता है। हम उम्मीद करते हैं कि हमें और भी जगह दी जाए। क्योंकि, लोकदल पुराना चेहरा है, हमारी पार्टी की पुरानी पहचान है। ऐसी सीट जो कांग्रेस न जीत पाई हो, वह हम जीतकर दिखा सकते हैं। सीकर, झुंझुनूं और नागौर में हमारी पार्टी की स्थिरता हो। ब्रज का इलाका एक नेचुरल इलाका है, यहां के लोगों का मथुरा आना जाना रहा है। मैं मथुरा से सांसद रह चुका हूँ, हर तरीके से लोग हमे पहचानते हैं। लोकदल की अपनी एक अहमियत है। यहां हमारे पुराने स्थापित नेता भी रहे हैं। भरतपुर के कई ऐसे स्थापित लोग हैं जो चौधरी चरण सिंह के समय से करीबी हैं। इसलिए यहां तो हमारा क्लेम बनता है, लेकिन जो पुराना इलाका है। सीकर, झुंझुनूं, नागौर से भी हमें मौका दिया जाए।