जयपुर। राजस्थान में जिलों की मांग एक बार फिर उठती दिखाई दे रही है, ऐसे में सूरतगढ़ को जिले का दर्जा देने की मांग हो रही है. मांग इतनी तेज हो गई है कि सोमवार को बाजार को बंद कर दिया गया और अब इसके बाद जनता प्रदर्शन करते हुए आज एसडीएम कार्यालय का घेराव करेगी.
सूरतगढ़ में प्रदर्शन
आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व प्रदेश में गहलोत सरकार ने 19 जिलों की घोषणा विधानसभा में की थी. ऐसे में सूरतगढ़ वासियों को उम्मीद थी प्रदेश की सरकार 19 जिलों की घोषणा में सूरतगढ़ को शामिल करेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.आक्रोश में आईं जनता ने बीते दिन यानि सोमवार को बाजार बंद कर दिया। जानकारी के अनुसार बाजार शाम 5 बजे तक बंद रहा था. इस दौरान मेडिकल स्टोर भी बंद थे.
आज एसडीएम कार्यालय का हो सकता है घेराव
आपको बता दें कि नए जिलों की सूची में सूरतगढ़ शामिल नहीं करने के बाद जनता अब आक्रोश में आ गई है. बीते कल यानि सोमवार को बाजार बंद रहा और आज जनता द्वारा एसडीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा तो वहीं बुधवार को नेशनल हाईवे पर जाम भी लगाया जाएगा।
‘जिला बनाओ समिति’ कर रही विरोध- प्रदर्शन
आपको बता दें कि जिला बनाओ अभियान समिति के साथ व्यापारिक, सामाजिक, राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ता आमजन के साथ मिलकर सुबह आठ बजे महाराणा प्रताप चौक पहुंचे। जिसके बाद कई क्षेत्रों की दुकाने बंद करवाई। महाराणा प्रताप चौक पर जनसभा में सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग पर सहमति बनी, उन्होंने कहा कि सूरतगढ़ जिला बनने के सारे मापदंडो को पूरा करता है. उन्होंने कहा, इसके बावजूद भी राज्य सरकार सूरतगढ़ को जिला घोषित नहीं कर रही है.
डूंगरराम गेदर से मांगा इस्तीफा
आपको बता दें कि धरना स्थल पर कल दोपहर में कांग्रेस नेता हनुमान मील पार्षदों के साथ पहुंचे। उन्होंने सूरतगढ़ जिला बनाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो कांग्रेस के सभी पार्षद इस्तीफा देंगे लेकिन सूरतगढ़ की मांग को जरूर उठाएंगे। जनसभा में शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष डूंगरराम गेदर वहां पहुंचे, इस दौरान युवा एटा रजनी मोदी, अंकुश गाबा सहित अन्य लोगों ने डंगराम से मंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की.