जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने वाला है. मौसम विभाग ने एक सुचना जारी करते हुए कहा हैं कि प्रदेश के मारवाड़ जिले में आगामी सात दिनों में आसमान में काले बदरा छाए रहेंगे। प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में 15 अक्टूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ अलर्ट होने का पूरा अनुमान है। इससे बताया जा रहा है कि राज्य के तटीय क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे। जिस कारण इसका सर्वाधिक असर 16 व 17 अक्टूबर को दिखेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया हैं कि इससे जोधपुर, बीकानेर, अजमेर और जयपुर जिले के कुछ हिस्सों में बिजली कड़कने के साथ हल्की तो कही तेज बारिश होने की अनुमान है। आपको बता दें कि राज्य से मानसून की विदाई पिछले महीने (सितंबर) में हो गई थी. जिससे प्रदेश के मौसम में काफी बदलाव देखा गया है. वहीं मानसून के रवाना होने से राज्य के कई जिले में तापमान सामन्य से निचे भी दर्ज किया गया है। कई जिले में रात का तापमान लुढ़कने से लोगों को सर्दी का एहसाह भी हुआ हैं लेकिन अब एक बार दोबारा से मौसम में बदलाव देखने को मिलने वाला है.
सर्दियों में बारिश
आपको बता दें कि भूमध्य सागर से आने वाली हवा को ही पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के कारण ही देश के उत्तरी पश्चिमी इलाकों में सर्दियों के मौसम में बारिश होती है। सर्दी के मौसम में बारिश गेहूं की फसल के लिए अमृत के समान माना जाता है। इस विक्षोभों की वजह से पूरे उत्तर भारत में अधिक सर्दी पड़ती है। बता दें कि पहाड़ी इलाकों में लगातार बर्फबारी के बाद वहां से चलने वाली बर्फीली हवाएं पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी का कहर डालती है।
तापमान में 10 डिग्री का अंतर
मारवाड़ जिले में दिन व रात के पारा में लगभग दस डिग्री का अंतर दर्ज किया जा रहा है। वहीं रात का तापमान 25 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया है और दिन का पारा 35 डिग्री के करीब बताया गया है जिससे इस इलाके में सामान्य मौसम बना हुआ है। दिन का मौसम तीखी धूप के कारण सामान्य रहता है। वहीं जोधपुर की बात करें तो यहां मंगलवार को न्यूनतम पारा 25.3 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा बताया जा रहा है. अनुमान है कि राज्य में अक्टूबर समाप्त होते ही सर्दी की शुरुआत हो जाएगी।
मानसून कब आया
आपको बता दें कि राजस्थान में मानसून कि शुरुआत जुलाई महीने में हो गई थी हालांकि इस साल ज्यादा दिनों तक मानसून नहीं रहने के कारण राज्य के किसानों को खेती में काफी नुकशान सहना पड़ा. राजस्थान से मानसून की विदाई अभी कुछ दिन पहले लगभग सभी जिले से हो गई है लेकिन एक बार राज्य के मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिलने वाला है.