जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा हो गई है. ऐसे में भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी करते हुए अपने उम्मीदवारों का नाम सामने निकाल दिया हैं। हालांकि कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने में विलंब कर रही हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि जल्द ही कांग्रेस अपनी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने वाली हैं। अब बात यह हो रही है कि कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट में किसे मौका देने जा रही हैं। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची में करीब 20 नेताओं को ही टिकट दे सकती हैं क्योंकि राज्य में अब तक करीब 50 से अधिक नेता ही पहले से संगठनो के अध्यक्ष के बतौर पद पर कार्यरत रहे। जबकि केवल 20 नेताओं को ही विधानसभा पहुंचने का अवसर मिला।
टिकट वितरण को लेकर भागदौड़
आपको बता दें कि कांग्रेस के विभिन्न संगठनों में ज्यादातर महिला, युवा और सेवादल अपनी प्रमुख योगदान के साथ पार्टी के साथ नजर आते हैं। हालांकि इनके बीच कभी-कभी विरोध का भी मंजर देखने को मिलता है। ज्यादातर चुनावी माहौल में टिकट को लेकर इनसभी के बीच असामंजस्य की स्थिति दिखाई देती हैं। वहीं कांग्रेस के इन कार्यकर्ताओं के बीच विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर भागदौड़ जारी हैं। कई नेता जयपुर से दिल्ली के दौरे पर लगातार नजर आ रहे हैं तो ऐसे में बताया जा रहा हैं कि हर विधानसभा चुनाव में पहले से अग्रिम संगठनों के नेताओं को कांग्रेस मौका देती हैं। आपको बता दें कि राज्य के मुख्यमंत्री भी यही अग्रिम संगठनों के नेता रह चुके हैं , जो अब राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद पर कार्यरत हैं।
इतने नेता पहुंचे विधानसभा
जनार्दन सिंह गहलोत, इंदिरा मायाराम, केसी विश्नोई, रघु शर्मा, अश्क अली टांक, विष्णु मोदी, रघुवीर मीना, अशोक चांदना, जुबेर खान, मीनाक्षी चंद्रावत, समेत अन्य नाम भी शामिल हैं। राज्य के अग्रिम संगठनों में इन नेताओं का रहा वर्चस्व।
इन नेताओं की नहीं हुई विधानसभा में एंट्री
सोमनाथ त्रेहन, राजेंद्र के. शेखर, नीरज डांगी, कुलदीप इंदौरा, पवन गोदारा, रंजू रामावत, के.के. हरितवाल, सुमित भगासरा, राकेश मीना, अभिमन्यु पूनिया, प्रभा ठाकुर, अरुणा स्वामी, रेहाना रियाज सहित अन्य नेता भी नहीं खोल पाए विधानसभा का दरवाजा।