जयपुर। देश भर में त्योहारी मौसम की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में करवा चौथ व्रत की बात करें तो पूरे देश में करवा चौथ एक नवंबर यानी बुधवार को मनाया जाएगा। पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त बुधवार शाम 7:30 से 10:20 बजे तक बताया गया है। वहीं चांद अपनी अलौकिक सुंदरता के साथ रात 8:26 बजे पर दिखाई देगा। इस त्योहार पर महिलाएं निर्जल और निराहार रहकर वर्त रखेंगी। सुहागिन महिलाएं रात को चांद देखने के बाद पूजा-अर्चना कर व्रत खोलेंगी। पौराणिक दृश्टिकोण से बताया जाता है कि सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु की कामना करने के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है।
खास संयोग का अनुमान
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि इस साल करवा चौथ के अवसर पर खास संयोग बनने जा रहा है। मौके पर उन्होंने बताया कि करवा चौथ के व्रत के समय सर्वार्थ सिद्धि का संयोग बनेगा। इसके साथ ही ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि करवा चौथ विशेष संयोग में होने के वजह से महिलाओं के लिए समृद्धि दायक साबित होने वाला है। उन्होंने बताया कि करवा चौथ के दिन सुबह 3:58 से शाम 4:34 बजे तक मृगशिरा नक्षत्र का प्रभाव रहेगा।
यह राशि में रहेंगे कुछ ग्रह
बता दें कि इस साल करवा चौथ के शुभ अवसर पर 100 साल बाद तुला राशि में तीन ग्रहों को रहने का संयोग बन रहा है। प्रमुख ग्रहों में मंगल, सूर्य और बुध शामिल है। तमाम ज्योतिष के अनुसार बताया जा रहा है कि इस करवा चौथ के शुभ अवसर पर 100 साल बाद त्रिग्रही योग बनेगा।
पूजा पाठ के लिए महत्वपूर्ण
इस साल करवा चौथ व्रत पर सूर्य और बुध ग्रह एकसाथ होने के वजह से पंच महापुरुष योग भी बनेगा। इस अवसर पर पूजा-पाठ करना पवित्र बताया गया है।
महिलाएं की तैयारी जारी
सभी महिलाएं करवा चौथ व्रत को लेकर तैयारी में जुटी हुई है। वहीं बाजारों में अधिक रौनक भी बढ़ते हुए देखा जा रहा है। महिलाएं की खरीदारी जमकर चल रही है। वहीं भोग के लिए मिठाई और लड्डू भी बनाया जा रहा है।