जयपुर। राजस्थान के जैसलमेर में बीते दिन शुक्रवार को सैन्य अभ्यास के दौरान तीन मिसाइलें मिसफायर हो गईं. जिनमें से दो मिसाइल बरामद हो गईं है वहीं तीसरे मिसाइल की तलाश जारी है.
युद्धाभ्यास में मिसाइलें हुईं मिसफायर
आपको बता दें कि बीते दिन यानी शुक्रवार को राजस्थान के जैसेलमेर में स्थित पोखरण फायरिंग रेंज फील्ड में सरफेस टू एयर मिसाइलों के परिक्षण के दौरान 3 मिसाइलें मिस फायर हो गईं. जानकारी के अनुसार तकनीकी खराबी आने की वजह से मिसाइलों ने अपना रास्ता बदल दिया था. मिसाइलें टारगेट पर ना लगकर रेंज के बाहर चली गई थी. बता दें कि तीनों मिसाइलें अलग-अलग गावों में खेतों में जाकर गिरी, जिससे हड़कंप मच गया. हालांकि घटना के दौरान किसी के मौजूद न होने की खबर मिली है. जिस वजह से जानहानि न होने का पता चला है. रक्षा प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि सैन्य अभ्यास के दौरान तीन मिसाइलें मिस फायर हो गई थी लेकिन इस घटना से कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दो मिसाइलें हुई बरामद, तीसरी की नहीं मिली खबर
आपको बता दें कि मिस फायर हुई तीन मिसाइलों में से दो मिसाइल को बरामद कर लिया गया है वहीं तीसरी मिसफायर हुई मिसाइल अभी भी लापता है जिसकी तलाश जारी है. जिसे पुलिस और सेना की टीम ढूंढ रही हैं.
क्या है सरफेस टू एयर मिसाइल्स
आपको बता दें कि पोकरण पुलिस उपाधीक्षक कैलाश बिश्नोई की सूचना पर सेना के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर मिले हुए दोनों मिसाइलों की जांच में जुट गए. सरफेस टू एयर मिसाइल का पूरा नाम वर्टीकल लांच शार्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल है.यह मिसाइल सतह से हवा में मार करने की क्षमता रखती है. इस मिसाइल का वजन 154 किलोग्राम का होता है जिसकी मारक क्षमता 25 से 30 किलोमीटर तक होता है. अगर इसकी लम्बाई की बात करें तो यह मिसाइल 12.6 फीट की होती है. इस मिसाइल की खासियत है कि ये रडार की पकड़ में नहीं आती क्योंकी ये मिसाइल कम ऊंचाई पर ही उड़ती है. इसके अलावा यह 360 डिग्री घूमकर दुश्मनों को टारगेट कर सकती है वहीं यह समुद्र के बेहद नजदीक से भी उड़ान भरने में सक्षम है.