जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू है। ऐसे में गुरुवार को जयपुर में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह आरोप लगाया कि मोदी सरकार चुनाव में केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। इस कड़ी में उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विवादित बयान पर कहा कि उनकी माफी के बाद किसी टिप्पणी का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि व्यक्तिगत रूप से मेरा मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चिदंबरम ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनावी माहौल के बीच केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग केंद्र सरकार जमकर कर रही है। इस कड़ी में चिदंबरम ने कहा कि प्रदेश में अगली सरकार बनाने का अधिकार प्रदेश के 5 करोड़ वोटर को है। वहीं भाजपा का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी ED, इनकम टैक्स और CBI जैसे जांच एजेंसियों का सहारा लेकर केंद्र सरकार सभी जगह कब्ज़ा कर रही है। साथ में चिदंबरम ने कांग्रेस सरकार की राजस्थान में 5 साल की उपलब्धियां और जनता के लिए किए गए विकास कार्यों का जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने राजस्थान की जनता से अपील करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की घिनौनी हरकत को नाकाम करना है और अपने लोकतांत्रिक अधिकार का बचाव करते हुए अपनी मर्जी का सरकार बनाना है।
जांच एजेंसियों की कार्रवाई केवल विपक्षी पार्टियों पर
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चिदंबरम ने कहा कि बीजेपी के कुल 305 सांसद है। भाजपा के देश भर में 1360 विधायक है। फिर भी जांच एजेंसियों की कार्रवाई केवल विपक्षी दलों पर ही होती हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को ED, CBI जैसे जांच एजेंसियों के ऊपर भरोसा है। उन्होंने लोकतंत्र का जिक्र करते हुए कहा कि अब तो स्पष्ट हो गया है कि लोकतंत्र खतरे में है। कांग्रेस ही नहीं बल्कि सभी राजनीतिक पार्टी भी कह रही है लोकतंत्र खतरे में है।
5 साल के लिए 7 गारंटियां
महिलाओं, आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यकों का जिक्र करते हुए चिदंबरम ने कहा कि जो इन लोगों का सम्मान करें, आप लोग उसी पार्टी का चयन करें। इस कड़ी में चिदंबरम ने जनता से कहा कि पिछले 5 साल में जिन्होंने आपके विकास के लिए काम किया है, आप उसी पार्टी का चयन करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 5 साल ईमानदारी के साथ काम किया है और पार्टी ने आगामी 5 सालों के लिए 7 गारंटियां देकर अपना विजन पेश किया है।
चुनावी समीकरण 2023
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को वोटिंग होगी। मतों की गणना 3 दिसंबर को किया जाएगा। राज्य में 6 नवंबर को नामांकन का आखिरी दिन था। प्रदेश भर में शांतिपूर्ण और भयहीन मतदान कराने के लिए प्रशासन अलर्ट हो चुकी है।