जयपुर। राजस्थान में 25 नवंबर से विधानसभा चुनाव है। ऐसे में चुनाव से सिर्फ दो दिन पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी के मिस्ड कॉल विज्ञापन पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। इस ऑडियो विज्ञापन में सीएम अशोक गहलोत की आवाज़ में संदेश प्रचारित किया जा रहा था। बता दें कि इस विज्ञापन में कांग्रेस पार्टी की 7 गारंटियों को मतदाताओं तक पहुंचने का काम किया जा रहा था।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस से मांगा स्पष्टीकरण
वहीं जानकारी के अनुसार सीएम गहलोत के इस ऑडियो संदेश को लेकर बीजेपी ने आपत्ति जताई। इसे लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। उन्होंने इस तरह के विज्ञापनों के प्रचार को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया। बता दें कि बीजेपी की इस शिकायत से चुनाव आयोग भी हरकत में आया है। चुनाव आयोग ने अब ऐसे विज्ञापनों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने के निर्देश दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
कांग्रेस के ऑडियो प्रचार पर रोक
बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला। इसमें पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद रहे। चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद बीजेपी नेताओं ने कहा, कांग्रेस के अखबारों और मिस्ड कॉल के जरिए दिए जा रहे विज्ञापन चुनाव की आदर्श आचार संहिता और प्रेस काउंसिल के दिशा निर्देशों का उल्लंघन हैं। इसी लिए चुनाव आयोग से इस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने और एफआईआर दर्ज करने की अपील की गई। इसके साथ यह आग्रह किया गया कि ऐसे भ्रमित करने वाले विज्ञापन अन्य राज्यों में जारी न हों, यह भी सुनिश्चित किया जाए।