जयपुर। राजस्थान में इस बार भी हर 5 साल के बाद सरकार बदलने का रिवाज कायम रहा। सीएम गहलोत ने फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए सरकार की तिजोरी खोल दी लेकिन इसके बावजूद रिवाज बदलने में नाकाम रहे। कांग्रेस को वोट देने के लिए उन्होंने सचिन पायलट तक का वीडियो संदेश अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया। राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक ने जयपुर में कैंप किए लेकिन फिर भी सरकार दोबारा सत्ता में नहीं लौट पाई।
गहलोत के 17 मंत्री हारे
इस चुनाव में पहली बार लड़ रही भारत आदिवासी पार्टी ने 3 सीट पर जीत दर्ज की। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त बसपा के 2 विधायक जीते तो आम आदमी पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। ओवैसी की एआईएमआईएम, कम्युनिस्ट पार्टी का भी खाता नहीं खुला। वहीं कई परिणाम तो चौंकाने वाले रहे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी चुनाव नहीं जीत पाएं। परसादी लाल मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कांग्रेस के 25 में से 17 मंत्री को हार का सामना करना पड़ा।
बीजेपी को मिली 115 सीटें
बता दें कि राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी ने 115 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है जबकि कांग्रेस के खाते में महज 69 सीटें आई है। साथ ही सूबे में 8 सीटें निर्दलीय भी जीतने में कामयाब रही। तीन सीटों पर भारत आदिवासी पार्टी ने कब्जा किया है तो बीएसपी के हिस्से में भी 2 सीटें आईं हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को 41.69 प्रतिशत जबकि कांग्रेस को 39.53 प्रतिशत मत मिला है। फिर भी सरकार दोबारा सत्ता में नहीं लौट पाई।