जयपुर। राजस्थान में रिवाज को बरकरार रखते हुए बीजेपी एक बार फिर सत्ता में लौट आई। वहीं विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। राजनीति के जानकारों ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अपनी-अपनी राय रखी। वहीं पूर्व सीएम और कांग्रेस के कद्दावर नेता अशोक गहलोत ने प्रदेश में उनकी पार्टी को मिली शिकस्त की असली वजह बता दी।
गहलोत ने बतया कारण
जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, राजस्थान विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम मोदी, अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के पांच मुख्यमंत्रियों ने ध्रुवीकरण कर दिया। उन्होंने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने साल 2023 का सबसे बड़ा झूठ बोलते हुए यह प्रचार कर दिया कि उदयपुर हत्याकांड के पीड़ितों को 5 लाख रुपये दिए जबकि जयपुर में इकबाल हत्याकांड के पीड़ितों को 50 लाख रुपये दिए गए। चुनाव जीतने के लिए अगर बड़े-बड़े नेता झूठ बोलने लग जाएंगे तो फिर देश का क्या होगा। इन्होंने (बीजेपी) चुनाव में मुस्लिम-हिंदू बात कर जनता को गुमराह किया है।
इंडिया गठबंधन को लेकर कही बात
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने करणपुर विधानसभा चुनाव पर बोलते हुए कहा कि करणपुर से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी को मंत्री बनाकर उचित नहीं किया। जब आचार संहिता लगती हो तो मंत्री को मिलने वाली सुविधा विड्रो हो जाती हैं, लेकिन आप एक प्रत्याशी को सीधा मंत्री बना देते हो, जो नैतिकता के नजर से ठीक नहीं है। हालांकि मैं उम्मीद करता हूं हमें ज्यादा वोट मिलेंगे। इसके साथ ही अशोक गहलोत ने इंडिया गठबंधन को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि जल्द ही बहुत आराम से सहयोगी पार्टियों के साथ सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बात शुरू होने जा रही है। 7 जनवरी से हमं बातचीत करना शुरू करने लग जाएंगे और उम्मीद करते हैं कि सभी के साथ सीट बंटवारे का काम हम स्मूथली कर लेंगे।