जयपुर। राजनीति में अक्सर सियासी उलटफेर होते देखा जाता हैं. दल बदल की भी राजनीति इसमें चलती रहती है, लेकिन राजस्थान के मेवाड़ की बात करें तो यहां से एक चौंकाने वाली राजनीतिक घटना की जानकारी सामने आई है. सालों से राजनीतिक लड़ाई लड़ने के बाद कांग्रेस ने उदयपुर में एक बोर्ड के चेयरमैन पद पर जीत अपने नाम की थी, लेकिन इस बोर्ड के चेयरमैन अब बीजेपी में शामिल हो गए है. सियासी गलियारे में इस बोर्ड के चेयरमैन के दल बदलते ही हलचल मचना शुरू है.
बोर्ड को गिराने के लिए खेले कई सियासी दांव
हम बात कर रहे हैं जिस बोर्ड की वह डेयरी संघ है, जो किसानों से सीधा जुड़ा हुआ है. पिछले कई सालों से इस बोर्ड पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा था. लंबे समय से इस बोर्ड की चेयरमैन भाजपा की गीता पटेल थीं. कांग्रेस ने बीजेपी के इस बोर्ड को गिराने के लिए कई सियासी दांव खेले इस तरह से वह कामयाब भी रही. कांग्रेस ने इसके बाद अपना बोर्ड का निर्माण किया, डालचंद डांगी को चेयरमैन के रूप में बनाया गया .
इन सेक्टर में भी बीजेपी का कब्जा
बता दें कि नौ महीने पहले ही कांग्रेस ने अपना बोर्ड बनाया था, लेकिन क्या अब इसके चेयरमैन ही भाजपा में शामिल हो गए हैं. बड़ी सादड़ी विधायक चेयरमैन डालू डांगी ने सहकारिता मंत्री गौतम दक की उपस्थिति में कांग्रेस को छोड़ भाजपा से जा मिले हैं. इसके बाद यह ख़बर हर तरफ चर्चा का विषय बनी हुई है . वहीं बात करें उदयपुर जिले में राजनीतिक बोर्ड की तो इसमें सबसे अहम जिला परिषद और नगर निगम आता है. बीजेपी का कब्जा करीब 30 सालों से है. वहीं बीजेपी का कब्जा जिला परिषद में भी है. यहीं नहीं 8 विधायकों में से 6 भाजपा के और 2 कांग्रेस के हैं. उदयपुर जिले में हर तरफ से बीजेपी की पकड़ मजबूत है.