जयपुर। गुरुवार यानी 15 फरवरी को राजस्थान के सरकारी और निजी स्कूलों में सूर्य सप्तमी के शुभ अवसर पर सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया था। ऐसे में यह आयोजन वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया। बता दें कि सूर्य नमस्कार पर प्रदेश के 88 हजार से अधिक स्कूलों में एक करोड़, 14 लाख, 69 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इसके साथ करीब 19 लाख शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी भी इस आयोजन में भाग लिए थे।
कई दिनों से चल रही थी तैयरी
शिक्षा विभाग कई दिनों से सूर्य नमस्कार कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां कर रही थी। बता दें कि सूर्य नमस्कार कार्यक्रम को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी भी दी गई थी। इसका आदेश शिक्षा मंत्री ने सूर्य सप्तमी के दिन सूर्य नमस्कार कार्यक्रम सभी स्कूलों में आयोजित करने के लिए दिए थे।
प्रतिभागियों को दी बधाई
इस कार्यक्रम को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों व विभाग को शिक्षा मंत्री ने बधाई दी है। सुबह साढ़े 10 से 11 बजे के बीच प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में एक साथ सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। राजस्थान के 66 हजार, 990 सरकारी स्कूलो में 64 लाख, 30 हजार, 277 छात्र-छात्राओं एवं 21 हजार, 984 निजी स्कूलों के 50 लाख, 39 हजार, 637 छात्र-छात्राओ ने सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में भागीदारी निभाई है।
मुस्लिम संगठनों ने किया था विरोध
15 फरवरी को होने वाले राजस्थान के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में सूर्य नमस्कार का कई मुस्लिम संगठनों ने जमकर विरोध भी किया था। बता दें कि अभिभावकों से मुस्लिम संगठनों ने अपने बच्चों को गुरुवार को स्कूल नहीं भेजने के लिए अपील भी किया था। वहीं प्रदेश के कई स्कूलों में इसका परिणाम भी देखने को मिला। हाई कोर्ट में सूर्य नमस्कार पर रोक लगाने को लेकर एक मुस्लिम संगठन ने याचिका भी दायर की थी, जिसकों हाई कोर्ट के न्यायाधीश ने खारिज कर दिया था।