जयपुर। भक्त मंदिर में स्थापित भगवान की मूर्ति को लोग सजीव रूप में पूजते रहे हैं। उनके लिए मंदिर में मिलने वाला प्रसाद और भगवान पोशाक का खास महत्व है। जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के लालासर बागावास रोड पर बने चमत्कारिक बालाजी का मंदिर को स्थापित किया गया है। इस मंदिर का खास महत्व है कि […]
जयपुर। भक्त मंदिर में स्थापित भगवान की मूर्ति को लोग सजीव रूप में पूजते रहे हैं। उनके लिए मंदिर में मिलने वाला प्रसाद और भगवान पोशाक का खास महत्व है। जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के लालासर बागावास रोड पर बने चमत्कारिक बालाजी का मंदिर को स्थापित किया गया है। इस मंदिर का खास महत्व है कि यहां बहुत आकर्षक व चमत्कारी बालाजी मूर्ति स्थापित है।
ऐसा माना जाता है कि जो भी श्रद्धालुए यहां आकर अपनी मन्नत मांगते है उनकी इच्छा जरूर पूरी होती है। भक्त रामनिवास ने बताया कि बालाजी मंदिर में स्थापित मूर्ति के चमत्कार की चारों और चर्चा है। यहां बड़ी संख्या में किसान अपने बीमार पशुओं के लिए भभूत लेकर जाते हैं। जिसको लगाने के बाद उनके पशु ठीक हो जाते है। कुछ श्रद्धालुओं का कहना है कि अपने बेटे के पढ़ने वाली टेबल के दाहिनी साइड पर भभूत रखने से पढ़ाई में मन लगता है।
मंदिर के गर्भ गृह में बहुत सुंदर बालाजी की मूर्ति स्थापित है, वहीं बगल में शिव परिवार का मंदिर भी बनाया गया है। कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि जो व्यक्ति यहां की भभूत लेकर जाता है सच्चे दिल से अपनी नौकरी के लिए प्रार्थना करता है तो उसकी सरकारी नौकरी लग जाती है। बालाजी मंदिर के पास ही शिव परिवार का मंदिर भी विराजित है। दोनों मंदिर के गर्भ गृह के चारों ओर विशाल बरामदानुमा विशाल परकोटा बनाया गया है।
मंदिर में सुबह शाम मंगल आरती होती है। जब भक्त बड़ी संख्या में मंदिर में प्रवेश करते हैं। आरती के भभूत ले जाते हैं और अपने बीमार पशुओं के शरीर पर लगाते हैं। ऐसा कहां जाता है कि चमत्कारिक बालाजी के मंदिर में भक्त जो भी मन्नत लेकर आते हैं। वह सभी पूरी हो जाती है।