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राजस्थान: सीएम अशोक गहलोत ने की बड़ी घोषणा, महाकाल की तर्ज पर बनेगा गोविंद देव जी मंदिर

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर के विकास का ऐलान किया है. गोविंद देव जी मंदिर बनने का ऐलान आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर के विकास का ऐलान किया है. मंदिर के विकास पर 100 […]

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CM Ashok Gehlot Announcement
  • March 18, 2023 2:31 am IST, Updated 2 years ago

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर के विकास का ऐलान किया है.

गोविंद देव जी मंदिर बनने का ऐलान

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर के विकास का ऐलान किया है. मंदिर के विकास पर 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे जो उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर बनाया जाएगा. बता दें, जयपुर में स्थित पुष्कर मंदिर का भी इसी तरह से विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तनोट मातेश्वरी, कैला देवी, वीर तेजा जी महराज, श्रीनाथजी, त्रिपुरा सुंदरी, सांवलियाजी के साथ खोले के हनुमानजी मंदिर के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

अभियान के समय सीमा बढ़ाई

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रशासन शहरों और गांव के संग अभियान की समय सीमा 31 मार्च से आगे बढ़ाने की घोषणा की हैं. उन्होंने कहा कि गांव और शहरों में कैंप लगाकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।

ट्रांसजेंडर के लिए किया काम

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अब ट्रांसजेंडर को प्रॉपर्टी खरीदने में किसी तरह की स्टाम्प ड्यूटी नहीं देनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि आरयू, कॉमर्स के रेनोवेशन के लिए 50 करोड़ खर्च किए जाएंगे। वहीं अगले वर्ष से ब्रिज कोर्स चलाए जाएंगे जिसमे लगभग 75 करोड़ की लागत आएगी। सीएम ने कहा कि जनता से जुड़े विभागों के सरकारी कर्मचारियों को लैपटॉप दिया जाएगा

एमएलए फंड का क्षेत्र बढ़ा

बता दें कि विधायकों के विकास के लिए सालाना मिलने वाले फंड का दायरा बढ़ाया गया है। इसके नियमों में बदलाव कर इसमें करवाए जानें वाले कार्यों की संख्या बढ़ाने का ऐलान किया गया है.

महाकाल नगरी क्यों प्रसिद्ध है

आपको बता दें कि उज्जैन महान सम्राट विक्रमादित्य के राज्य की राजधानी थी । उज्जैन को कालिदास की नगरी के नाम से भी संबोधित किया जाता है। उज्जैन में हर 12 साल के अंतरलाल में सिंहस्थ महाकुंभ मेला लगता है। यहाँ भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंगों स्थित है जिसे महाकालेश्वर के नाम से जाना जाता है.


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