Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Rajasthan Elections: देश के पहले दलित मुख्य सूचना आयुक्त बने राजस्थान के हीरालाल

Rajasthan Elections: देश के पहले दलित मुख्य सूचना आयुक्त बने राजस्थान के हीरालाल

जयपुर। इस साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहा है। ऐसे में पांच चुनावी राज्यों में राजस्थान भी शामिल है। राजस्थान के डीग जिले में ख़ुशी का मौहाल बना हुआ है। बता दें कि डीग जिले के पहाड़ी कस्बे के रहने वाले हीरालाल सामरिया को देश का मुख्य सूचना आयुक्त घोषित किया […]

Advertisement
The country's first Dalit Chief Information Commissioner
  • November 7, 2023 6:42 am IST, Updated 1 year ago

जयपुर। इस साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहा है। ऐसे में पांच चुनावी राज्यों में राजस्थान भी शामिल है। राजस्थान के डीग जिले में ख़ुशी का मौहाल बना हुआ है। बता दें कि डीग जिले के पहाड़ी कस्बे के रहने वाले हीरालाल सामरिया को देश का मुख्य सूचना आयुक्त घोषित किया गया है। इस वजह से परिवार, क्षेत्र और राज्य में खुशी का माहौल बना हुआ है। शुरू से ही हीरालाल के परिवार में लोगों ने शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया है और अपनी मेहनत और लगन से उच्च पदों पर बड़ा मुकाम हासिल किया है।

पिता राजस्थान पुलिस में RPS थे

घरेलू शख्स विष्णु पाठक ने हीरालाल सांवरिया के जन्म को लेकर बताया कि उनका जन्म साल 1961 में पहाड़ी में ही हुआ था। उनके पिता नत्थीलाल सामरिया राजस्थान पुलिस में RPS थे। इस कारण से उनकी नौकरी राजस्थान में जगह-जगह बदलती रही। इस वजह से हीरालाल सामरिया ने भी अपनी प्रारंभिक शिक्षा बाहर से प्राप्त की। हीरालाल सामरिया के पिता वर्ष 2000 में नगर पंचायत समिति से सदस्य का चुनाव लड़े जिसमे उन्हें जीत हासिल हुई। हालांकि तीन साल बाद ही उनके पिता नत्थीलाल सामरिया का देहांत हो गया। बता दें कि हीरालाल सामरिया का पूरा परिवार उनके साथ ही रहता है। वहीं राजस्थान में हीरालाल का बेटा पीयूष सामरिया IAS और उनकी पुत्र वधु मोनिका आयकर विभाग में कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं। हीरालाल की एक बेटी पल्लवी है वह डॉक्टर है।

पहाड़ी कस्बे में मकान और कृषि भूमि है

हीरालाल के पड़ोसी ओमप्रकाश ने बताया कि हीरालाल सामरिया के आज भी पहाड़ी कस्बे में मकान और कृषि भूमि है। उन्होंने साथ में बताया कि जिस वक्त हीरालाल IAS बने थे, उस दौरान पहाड़ी कस्बे से अलवर, जयपुर जाने के लिए कोई साधन नहीं था और इन इलाकों में सड़क भी नहीं थी। उस दौरान सात से आठ घंटे जयपुर जाने में लग जाता था। चित्तौडगढ़ से हीरालाल ने सिविल इंजीनियर की पढ़ाई की। इसके पश्चात वह IAS की परीक्षा में बैठे और उनका सिलेक्शन आंध्रा कैडर में हो गया। इसके बाद दिल्ली में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय सचिव भी रहे।

पहाड़ी में आठ महीने पूर्व आए थे

हीरालाल ने आठ महीने पहले पहाड़ी में परिवार में हुए शादी समारोह में शामिल हुए थे। वह 1985 के बैच में IAS बने। पहाड़ी के इलाकों में उन्हें सभी लोग बखूबी से जानते हैं। वहीं हीरालाल सामरिया अब भारत का मुख्य सूचना आयुक्त बन गए है। इससे पूरे प्रदेश भर में खुशी का माहौल है। बृज मेवात क्षेत्र का नाम हीरालाल सामरिया ने रोशन किया है।

चुनावी समीकरण 2023

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 25 नवम्बर को होगी और चुनावी नतीजे 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। ऐसे में प्रदेश भर में सभी राजनीतिक दल मजबूती के साथ तैयारी कर चुकी है। वहीं प्रदेश में निष्पक्ष, भयहीन और शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रशासन अलर्ट मोड में है।


Advertisement