जयपुर। राजस्थान में इस बार भी हर 5 साल के बाद सरकार बदलने का रिवाज कायम रहा। सीएम गहलोत ने फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए सरकार की तिजोरी खोल दी लेकिन इसके बावजूद रिवाज बदलने में नाकाम रहे। कांग्रेस को वोट देने के लिए उन्होंने सचिन पायलट तक का वीडियो संदेश अपने […]
जयपुर। राजस्थान में इस बार भी हर 5 साल के बाद सरकार बदलने का रिवाज कायम रहा। सीएम गहलोत ने फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए सरकार की तिजोरी खोल दी लेकिन इसके बावजूद रिवाज बदलने में नाकाम रहे। कांग्रेस को वोट देने के लिए उन्होंने सचिन पायलट तक का वीडियो संदेश अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया। राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक ने जयपुर में कैंप किए लेकिन फिर भी सरकार दोबारा सत्ता में नहीं लौट पाई।
बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड व ध्रुवीकरण के आगे कांग्रेस पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। राजस्थान में सचिन पायलट से टकराव गहलोत को भारी पड़ा और बीजेपी पांच साल बाद फिर से सत्ता में वापस आ गई। राजस्थान की जनता ने पीएम मोदी पर भरोसा जताते हुए बीजेपी को दिल खोलकर वोट दिया। पीएम के चेहरे पर बीजेपी ने चुनाव लड़ा और बड़ी जीत दर्ज की।
बता दें कि राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी ने 115 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है जबकि कांग्रेस के खाते में महज 69 सीटें आई है। साथ ही सूबे में 8 सीटें निर्दलीय भी जीतने में कामयाब रही। तीन सीटों पर भारत आदिवासी पार्टी ने कब्जा किया है तो बीएसपी के हिस्से में भी 2 सीटें आईं हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को 41.69 प्रतिशत जबकि कांग्रेस को 39.53 प्रतिशत मत मिला है।