जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की बिगुल बज चुकी है। ऐसे में बुधवार से बीजेपी ने प्रदेशभर में महाजनसंपर्क अभियान की शुरूआत की है। आगामी तीन दिनों तक भाजपा के विभिन्न प्रदेश पदाधिकारियों और नेताओं को अलग-अलग विधानसभाओं का जिम्मेदारी दिया गया है। बता दें कि यह तीन दिनों तक चलने वाली महाजनसंपर्क अभियान की […]
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की बिगुल बज चुकी है। ऐसे में बुधवार से बीजेपी ने प्रदेशभर में महाजनसंपर्क अभियान की शुरूआत की है। आगामी तीन दिनों तक भाजपा के विभिन्न प्रदेश पदाधिकारियों और नेताओं को अलग-अलग विधानसभाओं का जिम्मेदारी दिया गया है। बता दें कि यह तीन दिनों तक चलने वाली महाजनसंपर्क अभियान की शुरुआत 8 नवंबर से होकर 10 नवंबर तक चलेगा।
बीजेपी की महाजनसंपर्क अभियान के तहत पार्टी के 30 से अधिक नेताओं को अलग-अलग विधानसभाओं का जिम्मेदारी मिला है। राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह मालवीय नगर, सांसद निहालचंद को पीलीबंगा, राहुल कस्वां को सादुलपुर में , सांसद रंजीता कोहली को भरतपुर में , पीपी चौधरी को भीलवाड़ा में, कनकमल कटारा को सागवाड़ा में , प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार अजय पाल सिंह को मालवीय नगर में , मुकेश दाधीच को विद्याधर नगर में, चुन्नीलाल गरासिया को उदयपुर शहर में , श्रवण सिंह बगड़ी को विद्याधर नगर में , प्रदेश मंत्री वासुदेव चावला को चुरू में, प्रियंका बालन को अनूपगढ़ में, डॉ महेंद्र कुमावत को शेरगढ़ में , हीरालाल नागर को सांगोद में , सांवलाराम देवासी को बांसवाड़ा, अन्नंत विश्नोई को रानीवाड़ा में , भानूप्रताप सिंह को बयाना, नीलम गुर्जर को सिकराय, प्रदेशाध्यक्ष एसटी मोर्चा नारायण मीणा को बस्सी, प्रदेशाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा चंपालाल गैदर को बीकानेर पश्चिम में , प्रदेशाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा हमीद मेवाती को विद्याधर नगर और प्रदेशाध्यक्ष महिला मोर्चा रक्षा भंडारी को मालवीय नगर में जिम्मेदारी सौंपा गया है।
सभी पदाधिकारियों एंव जनप्रतिनिधियों को इस विशाल अभियान के तहत बूथ पर 50 घरों में जनसंपर्क करना होगा और शक्ति केंद्र के 10 प्रमुख लोगों से मिलना भी होगा। बूथ समिति की बैठक प्रत्यके बूथ पर आयोजित करनी होगी और साथ में पार्टी का हैंडबिल/स्टीकर ले जाना होगा। सेवा बस्ती में भी जनसंपर्क के दौरान जनसंपर्क करना होगा और जहां बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पार्जन करके महाजनसंपर्क का श्री गणेश किया जाएगा। 15 से 20 वरिष्ठ नेताओं को इस अभियान के पहले दिन प्रत्येक जिले में श्री गणेश के अवसर पर उपस्थित रहना होगा।