जयपुर: ईद-उल-जुहा के मौके पर पूरे देश भर में अलग-अलग जगह बकरा मंडी लगती है और बकरे की कीमत लगाई जाती है। जो हजारों से शुरु होकर लाखों तक पहुंच जाती है। लेकिन चूरू के एक बकरे की कीमत 1 करोड़ रुपए लगाई गई और इससे भी चौकानें वाली बात यह है कि उस बकरे […]
जयपुर: ईद-उल-जुहा के मौके पर पूरे देश भर में अलग-अलग जगह बकरा मंडी लगती है और बकरे की कीमत लगाई जाती है। जो हजारों से शुरु होकर लाखों तक पहुंच जाती है। लेकिन चूरू के एक बकरे की कीमत 1 करोड़ रुपए लगाई गई और इससे भी चौकानें वाली बात यह है कि उस बकरे के मालिक ने उसे बेचने से इनकार कर दिया।
दरअसल यह बकरा 1 साल का है। लेकिन इसके पेट पर 786 लिखा हुआ है। जिसके वजह से इसकी अहमियत बढ़ गई है। इस्लाम में 786 अंक को बेहद पाक माना जाता है। लिहाजा ऐसे में लोग राजू सिंह को बकरी के बच्चे की मुंह मांगी कीमत देने को तैयार हैं। लेकिन राजू ने बकरे से बहुत प्यार करने की बात कहते हुए इसे बेचने से इनकार कर दिया।
दरअसल बात यह है कि राजू सिंह इस बकरे की बेहद देखभाल करता है और उसे अनार, पपीता, बाजरा और हरी सब्जियां भी खिलता है। राजू का कहना है कि उसे नहीं पता है इस 786 का क्या मतलब है और इसकी मान्यता इतनी क्यों है ? उसने बताया की वह बकरे से बहुत प्यार करता है इसलिए वह उसे नहीं बेच सकता है।