जयपुर। भाद्रपद शुक्ल तृतीयायुक्त चतुर्थी चतुर्थी पर आज आज हरितालिका तीज के साथ कलंक चतुर्थी भी है. आज चंद्र दर्शन करना निषेध है. आज हरतालिका तीज हरतालिका तीज पर महिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए कामना के साथ निर्जल व्रत रखा है, मंदिरों में माता पार्वती की पूजा की जा रही है. आज […]
जयपुर। भाद्रपद शुक्ल तृतीयायुक्त चतुर्थी चतुर्थी पर आज आज हरितालिका तीज के साथ कलंक चतुर्थी भी है. आज चंद्र दर्शन करना निषेध है.
हरतालिका तीज पर महिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए कामना के साथ निर्जल व्रत रखा है, मंदिरों में माता पार्वती की पूजा की जा रही है. आज महिलाएं सोलह शृंगार कर माता पार्वती की पूजा कर रही हैं. मान्यताओं के अनुसार हरतालिका जीत का पर्व सुहागिनों के लिए होता है। हरतालिका तीज पर माता पार्वती की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं अपने पति के स्वस्थ और लंबी दीर्घ आयु की कामना करती हैं. इसके साथ ही अपने परिवार के सुखी जीवन की भी कामना करती हैं. जहां इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए कामना करती हैं वहीं कन्याएं अच्छे पति की कामना के लिए यह व्रत करती हैंं।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार माता पारवती ने सोलह शृंगार करते समय पानी पीना भूल गई, यही कारण है कि महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. इस दिन कुछ भी खाना दोष होता है.
भाद्रपद शुक्ल तृतीयायुक्त चतुर्थी पर आज कलंक चतुर्थी है। आज के दिन चंद्रमा के दर्शन करना निषेध है. जानकारी के अनुसार चन्द्रास्त रात 8 बजकर 21 मिनट पर होगा, तब तक चन्द्रदर्शन करने से बचे , ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन चंद्रमा का दर्शन कारणसे से कलंक अथवा झूठे आरोप का सामना करना पड़ सकता है.