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Shani Dev 2024: शनिवार के दिन गलती से भी न करें इस समय पूजा, यह है सही मुहूर्त

जयपुर: सभी ग्रहों में शनि देव को न्याय का देवता माना गया है। (Shani Dev 2024) शास्त्रों के मुताबिक शनि देव हर व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए कर्मों के हिसाब से न्याय देते हैं। यानी अगर कोई व्यक्ति अच्छा कर्म करता है तो वह शनि देव की कृपा से आसमान की बुलंदियों तक पहुंचता […]

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Shani Dev 2024
  • May 18, 2024 5:19 am IST, Updated 9 months ago

जयपुर: सभी ग्रहों में शनि देव को न्याय का देवता माना गया है। (Shani Dev 2024) शास्त्रों के मुताबिक शनि देव हर व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए कर्मों के हिसाब से न्याय देते हैं। यानी अगर कोई व्यक्ति अच्छा कर्म करता है तो वह शनि देव की कृपा से आसमान की बुलंदियों तक पहुंचता है। वहीं अगर कोई व्यक्ति बुरे कर्मों के लिए जाना जाता है तो उसे उसके कर्मों के हिसाब से शनि देवता राजा से रंक बना देते हैं। ऐसे में हर व्यक्ति की चाहत होती है कि शनि देवता की टेढ़ी नजर से बचें और ऐसा क्या कार्य करें जिससे शनि देवता प्रसन्न रहें।

पीपल वृक्ष के नीचे तेल का दीपक जलाएं

अक्सर आप देखते होंगे कि शनिवार के दिन लोग पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाते हैं या शनि देवता के ऊपर काले तिल और तेल भी चढ़ाते हैं। शनिवार के दिन मंदिर में पूजा भी करते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि शनि देवता की पूजा का सही समय क्या है, हमें किस समय शनि देव की पूजा करनी चाहिए तो आईए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ।

सूर्यास्त के बाद कड़े शनि देव की पूजा

ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक शनि देव की पूजा हमेशा सूर्यास्त के बाद करना शुभ माना गया है। बताया गया है कि इस वक्त की गई सभी प्रकार की पूजा शनि देव को प्रसन्न करता है। ऐसे में इस समय पर पूजा करने से अधिक फल की प्राप्ति होती है। लेकिन सूर्यास्त के बाद ही शनि देवता की पूजा क्यों करनी चाहिए, इसकी वजह जानते हैं।

पश्चिम दिशा के स्वामी हैं शनि देव

मान्यताओं के अनुसार शनि देव पश्चिम दिशा के स्वामी कहे जाते हैं। वहीं सूर्य का आगमन पूर्व दिशा से होता है। तो ऐसे में पूर्व दिशा की ओर शनि देव की पीठ पड़ती है, जिस वजह से शनि देव की पूजा सूर्यास्त के बाद करना अति शुभ माना जाता है।

शनि और सूर्य के बीच पिता और पुत्र का संबंध

हिंदू शास्त्रों के मुताबिक शनि और सूर्य के बीच पिता और पुत्र का संबंध है। लेकिन यह दोनों एक दूसरे के लिए बैर की भावना रखते हैं। सुबह से शाम तक सूर्य देव का प्रभाव रहता है। इसलिए कभी भी शनि देव की पूजा सूर्यास्त के बाद करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि देव शीघ्र प्रसन्न होकर भक्तों के जीवन में सुख समृद्धि भर देते हैं।

शनिवार के दिन इन कार्यों को करने से बचें

शनिवार के दिन लोहे की वस्तु भूलकर भी न खरीदें। ऐसा करने से शनि देव क्रोधित हो जाते हैं।

शनिवार के दिन गलती से भी नमक की खरीदारी ना करें। माना जाता है कि इस दिन नमक खरीदने से इंसान कर्ज में डूबा रहता है।

शनिवार के दिन किसी को उपहार के रूप में कैंची न दें, क्योंकि ऐसा करने से लड़ाई झगड़ा होने की चांसेस बढ़ जाती है।


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