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बोर्ड ने अपनाई सख्ती, परीक्षा में मौजूद न होने पर लगेगा जुर्माना

जयपुर। भर्ती परीक्षा में बढ़ती छात्रों की गैरमौजूदगी के कारण अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है। 1 अप्रैल से 31 मार्च 2026 के बीच बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाओं में अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों पर अब जुर्माना लगाया जाएगा। वन टाइम रजिस्ट्रेशन बोर्ड बैठक में सोमवार […]

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Heavy Penalty
  • February 12, 2025 9:59 am IST, Updated 1 week ago

जयपुर। भर्ती परीक्षा में बढ़ती छात्रों की गैरमौजूदगी के कारण अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है। 1 अप्रैल से 31 मार्च 2026 के बीच बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाओं में अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों पर अब जुर्माना लगाया जाएगा।

वन टाइम रजिस्ट्रेशन

बोर्ड बैठक में सोमवार को फैसला लिया कि 2 बार अनुपस्थित रहने पर अभ्यर्थियों से बोर्ड में तीसरी परीक्षा के आवेदन के समय 750 रुपए जुर्माना देना होगा। फिर दो भर्ती परीक्षाओं में नहीं आने पर 1500 रु का पेनल्टी लगाया जाएगा। इसी तरह से चार परीक्षाओं में नहीं आने पर कुल 2250 रुपए का जुर्माना लिया जाएगा। यह नियम 1 अप्रैल के बाद होने वाली परीक्षाओं से लागू होगा। कांग्रेस सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में वन टाइम रजिस्ट्रेशन लागू किया था।

प्रति अभ्यर्थी पर 600 रुपए का खर्च

इससे सरकार को एक ही बार में अभ्यर्थियों से शुल्क प्राप्त हो रहा है। दूसरी ओर भर्ती परीक्षाओं में अनुपस्थित रहने पर अभ्यर्थी सरकार पर ही परीक्षाओं का खर्च बढ़ा रहे हैं। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की बात करें तो एक अभ्यर्थी पर औसत 600 रुपए खर्च किया जा रहा है। जुर्माना लगाने से सरकार को 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत होगी। कांग्रेस सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में वन टाइम रजिस्ट्रेशन लागू किया।

100 करोड़ की बचत

इससे सरकार को एक ही बार अभ्यर्थियों से शुल्क प्राप्त हो जाएगा। दूसरी ओर भर्ती परीक्षाओं में गैरहाजिर रहकर अभ्यर्थी सरकार पर ही परीक्षाओं का खर्च बढ़ा रहे है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की बात करें तो एक अभ्यर्थी पर औसत 600 रुपए खर्च किया जा रहा है। जुर्माना लगाने से सरकार को 100 करोड़ रुपए से अधिक की बचत करेगी।


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