जयपुर। सूर्य ग्रहण के समय पर अक्सर मंदिरों के फाटक बंद रहते है लेकिन इस बार राजस्थान में स्थित आराध्य गोविंददेव जी का मंदिर को बंद नहीं किया जा रहा है. यहां रोज की तरह पूजा-पथ किया जा रहा है. सूर्यग्रहण का कोई असर नहीं है. सूर्यग्रहण पर भी गोविंददेव मंदिर नहीं होगा बंद आपको […]
जयपुर। सूर्य ग्रहण के समय पर अक्सर मंदिरों के फाटक बंद रहते है लेकिन इस बार राजस्थान में स्थित आराध्य गोविंददेव जी का मंदिर को बंद नहीं किया जा रहा है. यहां रोज की तरह पूजा-पथ किया जा रहा है. सूर्यग्रहण का कोई असर नहीं है.
आपको बता दें कि आज वर्ष का पहला संकरित सूर्य ग्रहण है जिसे वैशाख अमावस्या भी कहते हैं. विज्ञान की भाषा में इसे हाइब्रिड सोलर एक्लिप्स कहा जाता है. जानकारी के मुताबिक जब भारत में सूर्यग्रहण लगता है तब 12 घंटे पहले ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. लेकिन इस वर्ष भारत में इसका कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है, इसलिए अब मंदिरों पर भी इसका असर नहीं दिखाई देगा. गोविंद देव मंदिर के आचार्य अशोक शास्त्री ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सूर्य ग्रहण पर आज गोविंद देव जी मंदिर खुला रहेगा क्योंकि यहां पर सूतक नहीं लगा है. शास्त्री ने कहा कि सूर्य ग्रहण का असर नहीं है तो ऐसे में गोविंद देव जी मंदिर खुला रहेगा और सबकुछ पहले जैसा रहेगा.
बता दें कि गोविंद देव जी जयपुर के आराध्य देव हैं. उसके अलावा मोती डूंगरी समेत अन्य मंदिरों में पूजा पाठ पहले की तरह ही हो रहा है. सूर्य ग्रहण का कोई असर नहीं है. पूजा-पाठ पहले कि तरह ही हो रही है. लगभग 12 घंटे तक खोले के हनुमान जी के मंदिर भी इसी तरीके का माहौल देखा जाता है. लेकिन सूतक नहीं लगने पर सभी मंदिर खुले हुए हैं और अपनी श्रद्धा भाव से लोग पूजा पाठ कर रहे हैं.