Advertisement
  • होम
  • राजनीति
  • Politics News: बजट सत्र से पहले इन 4 विधायकों ने दिया इस्तीफा, सियासी गलियारे से मिली बड़ी खबर

Politics News: बजट सत्र से पहले इन 4 विधायकों ने दिया इस्तीफा, सियासी गलियारे से मिली बड़ी खबर

जयपुर। राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 3 जुलाई से शुरू होने वाला है। इससे पहले सियासी गलियारों से बड़ी खबर निकल कर आई है। प्रदेश के 4 विधायकों ने सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इनमें विधायक राजकुमार रोत, मुरारी लाल मीना,हरीश मीना और बृजेन्द्र ओला का नाम शामिल है। इन सभी विधायकों […]

Advertisement
Politics News: These 4 MLAs resigned before the budget session, big news from the political corridor
  • June 14, 2024 11:21 am IST, Updated 8 months ago

जयपुर। राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 3 जुलाई से शुरू होने वाला है। इससे पहले सियासी गलियारों से बड़ी खबर निकल कर आई है। प्रदेश के 4 विधायकों ने सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इनमें विधायक राजकुमार रोत, मुरारी लाल मीना,हरीश मीना और बृजेन्द्र ओला का नाम शामिल है। इन सभी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को अपना इस्तीफा सौपा। दरअसल, लोकसभा में निर्वाचित होने के कारण इन विधायकों ने इस्तीफा दिया है।

इन विधायको ने सौपा इस्तीफा

बता दें कि राजस्थान के 5 विधायक इस बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने है। जिनमें झुंझुनूं विधायक बृजेन्द्र ओला, देवली-उनियारा विधायक हरीश चौधरी, दौसा विधायक मुरारीलाल मीना, चौरासी विधायक राजकुमार रोत और खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल का नाम शामिल है। इन सभी विधायकों ने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत प्राप्त की। इनमें से चार विधायक अपना इस्तीफा दे चुके है। हालांकि,अभी हनुमान बेनीवाल ने इस्तीफा नहीं दिया है। सूत्रों के मुताबिक 3 जुलाई से पहले वो भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंप देंगे।

विधानसभा के उप चुनाव- अग्नि परीक्षा

प्रदेश के पांच विधायकों के सांसद बनने से विधानसभा सीटें रिक्त हो गई है। ऐसे में यहां आगामी कुछ माह में विधानसभा उप चुनाव होंगे। प्रदेश की सत्ताधारी भाजपा के लिए भी यह चुनाव किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होगा। वहीं, इंडी गठबंधन की कोशिश होगी कि फिर से इन सीटों पर जीत दर्ज की जाए। बता दें कि लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन ने राजस्थान में 25 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की है। इसमें 8 सीटें कांग्रेस और 3 सीटें सहयोगी दलों को हासिल हुई है। अब विधानसभा उप चुनाव में फिर तय होगा कि प्रदेश की जनता का मूड क्या है। वह किसे विधानसभा के चुनावों में चुनती है।


Advertisement