जयपुर। बहुजन समाज पार्टी अब राजस्थान में भी अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहती है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनावी साल में पार्टी की गतिविधियां अब ग्राउंड पर नजर आ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में कर रही फोकस आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी इन दिनों शहरों पर ध्यान […]
जयपुर। बहुजन समाज पार्टी अब राजस्थान में भी अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहती है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनावी साल में पार्टी की गतिविधियां अब ग्राउंड पर नजर आ रही है.
आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी इन दिनों शहरों पर ध्यान तो दे ही रही है साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की पुरजोर कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में बसपा ने ‘गांव चलो’ जैसे अभियान चला रही जिसका मकसद प्रदेश पदाधिकारियों को प्रत्येक बूथ पर जाकर 5 सदस्यों की कमेटी बनाने और अधिक से अधिक लोगों को बहुजन समाज पार्टी की नीति को समझने की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं दूसरी तरफ बसपा यूथ वोट बैंक को टारगेट कर रही है.
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी में सभी 200 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने का मन बना चुकी है। लेकिन ‘बैलेंस ऑफ पॉवर’ बनाने के लिए अभी केवल 60 सीटों पर फोकस कर रही है। इसके लिए सभी प्रदेश पदाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
आपको बता दें कि प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि बसपा ने साल 2018 में विधानसभा चुनाव में कुल 6 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन विधायकों के दल -बदल के कारण विधानसभा में सदस्यों की संख्या शून्य हो गई. जिसके लिए पार्टी ने कानूनी लड़ाई भी लड़ी. लेकिन विफल रही. ऐसे में बसपा एक बार फिर आगामी चुनाव के लिए मैदान में उतरने की तयारी करतें दिखाई दे रही है.