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Rajasthan Cabinet Expansion: बिना चुनाव जीते मंत्री बने सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, भाजपा ने खेला दांव

जयपुर। राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिसमें 12 कैबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार और 5 राज्य मंत्री बनाये गए हैं। बीजेपी ने श्रीकरणुपर सीट से उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को भी मंत्री बनाया है। बता दें कि देश में पहली […]

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  • December 30, 2023 11:51 am IST, Updated 1 year ago

जयपुर। राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिसमें 12 कैबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार और 5 राज्य मंत्री बनाये गए हैं। बीजेपी ने श्रीकरणुपर सीट से उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को भी मंत्री बनाया है। बता दें कि देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब चलते चुनाव के बीच किसी प्रत्याशी को मंत्री बनाया गया हो। दरअसल नियम के मुताबिक कोई भी व्यस्क भारतीय नागरिक बिना विधायक बने 6 महीने तक मंत्री बना हुआ रह सकता है।

5 जनवरी को होंगे चुनाव

बता दें कि राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर सीट पर 5 जनवरी को चुनाव कराये जाएंगे। कांग्रेस ने यहां से दिवंगत गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे रुपिंदर कुन्नर को टिकट देकर सहानुभूति कार्ड खेला है। वहीं इस सीट से भाजपा ने पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर 5 जनवरी को वोटिंग और 8 जनवरी को मतगणना होगी। कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के 19 नवंबर को निधन के बाद इस सीट पर चुनाव रद्द कर दिए गए थे। इस वजह से 25 नवंबर को 199 सीटों पर ही चुनाव हुए थे।

गुरमीत कुन्नर का राजनीतिक सफर..

गुरमीत सिंह कुन्नर ने अपने सियासी सफर की शुरूआत सरपंच के रूप में की थी। इसके बाद वह साल 1998 में श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और जीते। फिर 2003 के चुनाव में हार मिलने के बाद कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की।फिर अशोक गहलोत की सरकार में वह कृषि विपणन राज्यमंत्री के पद पर रहे। साल 2013 के चुनाव में कुन्नर को हार का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद 2018 में वे फिर जीते और विधानसभा पहुंचे।


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