जयपुर। राजस्थान में कल (सोमवार ) को विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा हो गई है। ऐसे में प्रदेश में 23 नवंबर को वोटिंग होगा। प्रदेश में चुनाव के तारीख के साथ राज्य में आचार संहिता भी लागु हो गया है। वहीं आचार संहिता लगने के बाद भाजपा ने घोषणा करते हुए दावा किया है […]
जयपुर। राजस्थान में कल (सोमवार ) को विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा हो गई है। ऐसे में प्रदेश में 23 नवंबर को वोटिंग होगा। प्रदेश में चुनाव के तारीख के साथ राज्य में आचार संहिता भी लागु हो गया है। वहीं आचार संहिता लगने के बाद भाजपा ने घोषणा करते हुए दावा किया है कि राज्य में अब डबल इंजन की सरकार बनेगी। साथ में कहा कि PM मोदी के काम पर जनता को अटूट विश्वास है।
राज्य में एक संयुक्त प्रेसवार्ता के माध्यम से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि हमारे साथ राज्य की जनता भी चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। आपको बता दें कि राज्य में एक तरफ आचार संहिता लग रही थी, दूसरी तरफ सचिवालय में रात से ही धड़ाधड़ कई खानों का बंटवारा हो रहा था, तो कहीं ट्रांसफर की होड़ लगी पड़ी थी। वहीं कही संवैधानिक नियुक्तियां हो रही है। इन सभी के बीच इस मामले को लेकर चुनाव आयोग के पास हमलोग जरूर जाएंगे।
वहीं प्रेससवार्ता में राठौड़ ने कहा, बीते पांच साल के भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को जनता कभी नहीं भूल सकती, क्योंकि प्रदेश में जनता ने अपना एक-एक दिन गिनकर निकाला है। वहीं राज्य में आचार संहिता लगने से सरकारी मुफ्त घोषणाओं के नाम पर प्रदेश में चलाया जा रहा अभियान भी समाप्त हो जाएगा, जिससे राजनीतिक दल जनता के बीच वोट मांगने के बदले किसी तरह के लुभान का लालच नहीं दे सकते हैं ।
आपको बता दें कि नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 22 अगस्त, 2023 को विजन 2030 की शंखनाद की गई। मुख्यमंत्री गहलोत ने वर्ष 2030 तक राजस्थान को हर क्षेत्र में भारत का विकसित राज्य बनाने की दिशा में महत्त्वाकांक्षी ‘राजस्थान मिशन-2030’ का श्री गणेश किया। वहीं बता दें कि राज्य में पिछले दिन विजन 2030 दस्तावेज कार्यक्रम के जरिए कांग्रेस सरकार ने विजन 2030 के नाम पर जनता से सलाह मांगे थे, जिसके जवाब में यह सामने आया कि जनता अब गहलोत सरकार को आराम करने का सुझाव दिया है। वहीं इस दौरान राठौड़ ने कहा कि पूरे पांच साल में कांग्रेेस सरकार में कुर्सी की ही लड़ाई चलती रही और इस बीच सिर्फ प्रदेश की जनता पिसती रही। इस कारण अब राज्य में सरकार का बदलना जरुरी हो गया है , जिसका परिणाम प्रदेश की जनता देने के लिए तैयार है। इस कारण अब राज्य में डबल इंजन की सरकार बनने जा रही है.