जयपुर: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। जहां तमाम पार्टियां अपने संगठन को मजबूत करने पर लगी है तो वहीं कांग्रेस पार्टी में खुलेआम गुटबाजी से राज्य का सियासी पारा चढ़ना तय माना जा रहा है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट का अल्टीमेटम 31 मई को पूरा हो चुका है। ऐसे […]
जयपुर: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। जहां तमाम पार्टियां अपने संगठन को मजबूत करने पर लगी है तो वहीं कांग्रेस पार्टी में खुलेआम गुटबाजी से राज्य का सियासी पारा चढ़ना तय माना जा रहा है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट का अल्टीमेटम 31 मई को पूरा हो चुका है। ऐसे में अब सभी की निगाहें 11 जून पर है। सियासी गलियारों में हलचल है कि सचिन पायलट 11 जून को बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
दरअसल दावा किया जा रहा है कि सचिन पायलट अपनी नए पार्टी का ऐलान कर सकते है। 11 जून को उनके पिता राजेश पायलट की पुण्य तिथि है और उस दिन सचिन पायलट दौसा जाएंगे। फिलहाल पायलट अपने लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। दिल्ली में मीटिंग के बाद सचिन पायलट ने अभी तक कोई ऐलान नहीं किया है और ना ही अब उनके पास कोई रास्ता बचा है। ऐसे ये माना जा रहा है कि पायलट अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं और उसके लिए तारीख 11 जून की मानी जा रही है।
11 जून 2022 जब पूरी कहानी की पटकथा शुरू हुई थी, दौसा से राजेश पायलट की पुण्य तिथि थी।
11 अप्रैल 2023 को अनशन
11 मई को अजमेर से पद यात्रा
11 नंबर का बंगला
11 जून को नया एलान संभव
हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सचिन पायलट प्रशांत किशोर की चुनावी मैनेजमेंट कंपनी आईपैक के संपर्क में हैं और वे नई पार्टी बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। रिपोर्ट में आईपैक के कर्मचारियों के हवाले से कहा गया है कि सचिन पायलट का मन अब भी कांग्रेस में ही है, लेकिन अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तो वह एक बड़ा कदम उठा सकते हैं।
वहीं, दिल्ली में 29 मई को गहलोत-पायलट के बीच हुई सुलह के दावे के तीन बाद ही सचिन पायलट ने साफ कर दिया है कि वे गहलोत सरकार से अपनी मांगों पर पीछे नहीं हटेंगे और कोई गलतफहमी न पाले। इसके साथ ही पायलट ने अपने ताजा ट्वीट में भी ऐसा ही संकेत दिया है। वहीं उन्होंने गुरुवार को एक ट्वीट किया, “मन में एक आस है, दिल में एक विश्वास है, बनाएंगे एक सशक्त राजस्थान, जन-जन का जब साथ है।”