जयपुर: राजस्थान विधानसभा के चुनाव में महज 7 महीने शेष है जहां पार्टियां अपने संगठन को मजबूत करने पर लगी है तो वहीं कांग्रेस में आपसी कलह बरकरार है। एक बार फिर राजस्थान में मानेसर का मुद्दा छिड़ गया है। यह मुद्दा किसी और ने नहीं बल्कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही उठाया […]
जयपुर: राजस्थान विधानसभा के चुनाव में महज 7 महीने शेष है जहां पार्टियां अपने संगठन को मजबूत करने पर लगी है तो वहीं कांग्रेस में आपसी कलह बरकरार है। एक बार फिर राजस्थान में मानेसर का मुद्दा छिड़ गया है। यह मुद्दा किसी और ने नहीं बल्कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही उठाया है और रविवार को अपने भाषण के दौरान अपने विधायकों से कहा की जो लोग अमित शाह से पैसा लिए है ओ लोग उनको लौटा दें, अमित शाह का पैसा मत रखिए, उनका पैसा रखोगे तो अमित शाह के दबाव में रहोगे। अब गहलोत के इसी बयान को लेकर सचिन पायलट ने उन पर निशान साधा है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने CM गहलोत का जवाब आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए।
सचिन पायलट यहीं नहीं रुकें उन्होंने आगे कहा कि मुझे बहुत कुछ कहा गया कोरोना, गद्दार आदि। मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था लेकिन हम चुप थे, क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे हैं।
पायलट ने कहा कि 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा।