जयपुर। राजस्थान में पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों की वीरांगनाएं अपने हक के लिए पिछले 10 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शन कर रही महिलाओं को तकलीफ में देखकर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा- वीरांगनाओं को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलना चाहिए। राठौर ने दिया वीरांगनाओं को समर्थन […]
जयपुर। राजस्थान में पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों की वीरांगनाएं अपने हक के लिए पिछले 10 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शन कर रही महिलाओं को तकलीफ में देखकर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा- वीरांगनाओं को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलना चाहिए।
दरअसल पुलवामा हमले के शहीदों की वीरांगनाएं अपनी मांगों को लेकर पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. वीरांगनाएं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ धरना प्रदर्शन कर रही हैं और अब उनके समर्थन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी उतर आए हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पुलवामा में शहीद हुए जवानों की वीरांगनाओं का सड़क पर अपमान करना दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के सुप्रीम नेता बार-बार सेना को अपमानित करते हों, उस पार्टी के मुख्यमंत्री वीरांगनाओं के साथ जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं वो चौकाने वाली बात नहीं है. पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि शहीद हुए सैनिकों की वीरांगनाओं का सम्मान करना चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे लोग सम्मान नहीं करते. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की ईडी से पूछताछ की रोक के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बार-बार दिल्ली जाते हैं मगर मुख्यमंत्री आवास से कुछ ही दूरी पर प्रदर्शन कर रहीं वीरांगनाओं से अब तक मुलाकात नहीं की.
बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि शर्म की बात है कि जब वीरांगनाएं गहलोत से मिलने के लिए गई तो उनको सड़क पर पटक पटक कर पीटा गया। उन्होंने कहा कि- राज्यपाल के सामने सारा विषय रखा है, वो राजस्थान के संवैधानिक प्रमुख हैं और हमे उनसे उम्मीद है कि वो हमारे साथ हैं. चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान वीरों की धरती है। सबसे ज्यादा शहादत राजस्थान के जवानों ने दी है। वीरांगनाओ के सामने हम सबको सिर झुकाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश का प्रत्येक नागरिक वीरांगनाओं के साथ खड़ा है।