जयपुर। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव है. ऐसे में कांग्रेस दो भागों में बट गई है. सचिन पायलट का खेमा इन दिनों जान संघर्ष यात्रा में मशरूफ है वहीं मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत महंगाई राहत कैंप के जरिए लोगों को राहत पहुंचने में लगे हुए हैं. 12 मई को पायलट की जनसंघर्ष यात्रा का दूसरा दिन […]
जयपुर। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव है. ऐसे में कांग्रेस दो भागों में बट गई है. सचिन पायलट का खेमा इन दिनों जान संघर्ष यात्रा में मशरूफ है वहीं मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत महंगाई राहत कैंप के जरिए लोगों को राहत पहुंचने में लगे हुए हैं. 12 मई को पायलट की जनसंघर्ष यात्रा का दूसरा दिन है. आज उनकी पदयात्रा किशनगढ़ पहुंची और यहां अपने समर्थकों के साथ पायलट आगे की ओर बढे.
आपको बता दें कि पूर्व उपमुख्यमंत्री द्वारा जनसंघर्ष रैली का दूसरा दिन है. सचिन पायलट ऐसे में लगातार अशोक गहलोत को घेर रहे हैं. उन्होंने कहा कि तपती गर्मी के बीच लोग जरुरी मुद्दों के लिए सड़कों पर उतरकर साथ आ रहे हैं. मीडिया से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे, नौजवानों के भविष्य समेत ऐसे कई मुद्दे प्रासंगिक हैं और यह हम सभी को प्रभावित करते हैं. इसे लेकर अब लगातार आवाज उठाते रहे हैं और लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार है. मुझे उम्मीद है कि मैंने जो बात रखी है उसका संज्ञान लिया जाएगा। जान संघर्ष यात्रा के दौरान जनता के साथ जुड़कर उनकी आवाज बनना का हमारा प्रयास है. उन्होंने कहा कि जनता की आवाज बनने का काम हम आज से नहीं बहुत पहले से करते आ रहे हैं.
पेपर लीक मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जांच होने से पूर्व ही बता दिया गया था कि कोई नेता इसमें शामिल नहीं है. कोई अधिकारी इसमें शामिल नहीं है. उन्होंने प्रश्न पूछते हुए कहा कि बड़ा सवाल है जब तक जांच न हो तब तक कैसे कह सकते हैं? मुझे लगा जनता के बीच जाना चाहिए, जनता की आवाज बनना चाहिए तो मैं उनके बीच आया हूं.