जयपुर। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन 17 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे एक विमान का अचानक इंजन फेल हो गया। इसके बाद विमान की जयपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। इस हादसे से विमान में बैठे 160 यात्रियों की सांसें अटक गईं। इसके बाद विमान को जयपुर एयरपोर्ट पर उतारना […]
जयपुर। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन 17 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे एक विमान का अचानक इंजन फेल हो गया। इसके बाद विमान की जयपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। इस हादसे से विमान में बैठे 160 यात्रियों की सांसें अटक गईं। इसके बाद विमान को जयपुर एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा। जिसके बाद इंजन खराब होने की वजह से पैशेजर्स ने एयरलाइंस के खिलाफ नाराजगी जताई।
सोमवार 22 जनवरी को एक तरफ अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पूरा देश खुशी के माहौल में था लेकिन हवाई सफर कर रहे 160 यात्रियों की जान संकट में आ गई थी। 17 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे एक विमान का अचानक इंजन फेल हो गया। जिसकी वजह से विमान में सवार यात्रियों की सांसे अटक गई। इसके बाद विमान की जयपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। विमान को जयपुर एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा। उसके बाद यात्रियों की जान में जान आई।
इंडिगो एयरलाइंस के विमान संख्या 6E-784 को शाम 6 बजकर 15 मिनट पर जयपुर से कोलकाता के लिए उड़ान भरनी थी। तकनीकी कारणों से विमान समय पर उड़ान नहीं भर सका और रात 8 बजकर 25 मिनट पर उड़ान भरी। विमान में 160 यात्री सवार थे। उड़ान भरने के करीब आधा घंटे बाद विमान के इंजन बंद हो गया। ऐसे में विमान और पायलट में सवार स्टाफ और यात्रियों में हड़कंप मच गया। रात्रि 9 बजे विमान को वापस जयपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। विमान के सुरक्षित लैंड किए जाने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।
आधे घंटे में विमान करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ चुका था। अचानक इंजन बंद होने से हड़कंप मच गया। बाद में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। इस दौरान करीब 35 मिनट तक यात्रियों की सांसे अटकी रही। गनीमत यह रही कि कोई हादसा नहीं हुआ और विमान के साथ सभी यात्री भी सुरक्षित रहे। इंजन खराब होने की घटना को लेकर यात्रियों ने एयरलाइंस के खिलाफ काफी नाराजगी जताई। यात्रियों का कहना था कि आज तो रामलला ने उन्हें बचा लिया लेकिन एयरलाइंस को पहले इंजन को पूरी तरह चेक कर लेना चाहिए था। अगर कोई तकनीकी दिक्कत थी तो उड़ान नहीं भरनी चाहिए थी।