एशियन गेम्स 2023: एशियाई खेल 2023 में भारत का शानदार प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी है। देश को घुड़सवारी में 41 साल के लंबे अंतराल के बाद ऐतिहासिक स्वर्ण पदक दिलाने वाली भारतीय घुड़सवारी ड्रेसाज टीम की सदस्य जयपुर की दिव्यकीर्ति सिंह को मिला है। लंबे समय तक राजस्थान पोलो संघ से जुड़े रहे विक्रम […]
एशियन गेम्स 2023: एशियाई खेल 2023 में भारत का शानदार प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी है। देश को घुड़सवारी में 41 साल के लंबे अंतराल के बाद ऐतिहासिक स्वर्ण पदक दिलाने वाली भारतीय घुड़सवारी ड्रेसाज टीम की सदस्य जयपुर की दिव्यकीर्ति सिंह को मिला है। लंबे समय तक राजस्थान पोलो संघ से जुड़े रहे विक्रम सिंह राठौड़ ने अपनी बेटी की स्वर्ण पदक सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि यह पूरे राजस्थान के लिए ऐतिहासिक पल है। बेटी का हौंसला बढ़ाने के लिए विक्रम राठौड़ अपने पत्नी और बेटे के साथ हांगझाऊ में ही मौजूद हैं। हांगझाऊ से उन्होंने फोन पर कहा कि जयपुर लौटने पर हम इस सफलता का जोरो शोरो से जश्न मनाएंगे।
उनके पिता विक्रम राठौड़ ने टीम इवेंट के बाद बताया कि अब दिव्यकीर्ति व्यक्तिगत ड्रेसाज इवेंट में भी उतरेंगी। व्यक्तिगत इवेंट में भी उनसे स्वर्ण पदक जितने की पूरी उम्मीद है। राठौड़ ने बताया कि बचपन से ही घुड़सवारी का शौक रखने वाली दिव्यकीर्ति तीन बार की नेशनल चैंपियन हैं और पिछले कुछ सालों से जर्मनी में ट्रेनिंग कर रही हैं। अब उनकी नजरें ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर टिकी हैं। दिव्यकीर्ति, हृदय छेड़ा, अनुष अग्रवाल, और सुदीप्ति हजेला की ड्रेसेज टीम ने 41 साल बाद देश को इस इवेंट में स्वर्ण पदक दिलाया है। इससे पहले भारत ने 1982 में घुड़सवारी में तीन स्वर्ण पदक जीते थे। हांगझाऊ से पहले भारत ने एशियाई खेलों में 3 स्वर्ण, 3 रजत और 6 कांस्य पदक जीते थे।
पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा कि यह अत्यंत गर्व की बात है कि कई दशकों के बाद, हमारी घुड़सवारी ड्रेसाज टीम ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है! उन्होंने कहा कि हृदय छेड़ा, अनुष अग्रवाल, सुदीप्ति हजेला और दिव्यकीर्ति सिंह ने अद्भुत कौशल, टीम वर्क का प्रदर्शन किया है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर हमारे देश को सम्मानित किया। मैं इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए टीम को हार्दिक बधाई देता हूं।