जयपुर। राजस्थान के जयपुर में राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम ने नशाखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने डीआरआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए प्रतिबंधित ई-सिगरेट की स्मगलिंग पर छापेमारी की है।छापेमारी के दौरान डीआरआई की टीम ने स्मगलरों के ठिकानों पर छापा मारा। जहां से भारी […]
जयपुर। राजस्थान के जयपुर में राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम ने नशाखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने डीआरआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए प्रतिबंधित ई-सिगरेट की स्मगलिंग पर छापेमारी की है।
छापेमारी के दौरान डीआरआई की टीम ने स्मगलरों के ठिकानों पर छापा मारा। जहां से भारी संख्या में ई-सिगरेट की खेप बरामद हुई है। जिसे डीआरआई की टीम ने अपने कब्जे में ले लिया है। डीआरआई की कार्रवाई और बड़ी मात्रा में ई-सिगरेट की बरामदगी सुर्खियों में बना हुआ है।
डीआरआई की टीम ने भारत में बैन ई सिगरेट के स्मगलर जयपुर के स्थानीय निवासी सुनील कुमार शर्मा के विद्यानगर और सी स्कीम के दो ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान डीआरआई की टीम ने चीन, दुबई और मलेशिया से स्मगलिंग करके लाई गई एक करोड़ 25 लाख रुपये की ई-सिगरेट जब्त कर लिया है। बताया जा रहा है कि स्मगलर के दोनों ठिकानों पर डीआरआई की टीम ने लगभग 18 घंटे तक कार्रवाई की है। भारत में बैन होने के बावजूद कई जगह इस सिगरेट की उपलब्धता बनी हुई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ई-सिगरेट को चीन, दुबई और मलेशिया से स्मगलर्स स्मगलिंग के माध्यम से भारत लेकर आए। ई-सिगरेट को वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन बेचकर फर्जी खातों के माध्यम से रुपये लेते हैं। साथ ही यह स्मगलर ऑफलाइन भी सिगरेट सप्लाई करते हैं। जिसकी पैमेंट कैश में होती है।