जयपुर। नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) में आने वाले राजस्थान के अलवर और भरतपुर जिले में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चौथे चरण पर रोक लागू कर दी गई हैं। राजस्थान पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार सुबह आदेश जारी करते हुए इन दो शहरों में 3000 माइंस और इंडस्ट्रीज को बंद कर दिया है। एयर क्वालिटी […]
जयपुर। नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) में आने वाले राजस्थान के अलवर और भरतपुर जिले में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चौथे चरण पर रोक लागू कर दी गई हैं। राजस्थान पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार सुबह आदेश जारी करते हुए इन दो शहरों में 3000 माइंस और इंडस्ट्रीज को बंद कर दिया है।
साथ ही इन इलाकों में चल रहे निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी है। इन पाबंदियों का प्रभाव यातायात पर भी पड़ने वाला है, क्योंकि ग्रैप-4 लागू होने के कारण भारी वाहन अब अलवर और भरतपुर में एंट्री नहीं कर पाएंगे। वहीं आवश्यक सामग्री की आपूर्ति कराने वाले वाहन इस नियम के दायरे से बाहर रहेंगे। मंगलवार सुबह अलवर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 233 रिकॉर्ड किया गया है। वहीं भरतपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 267 रिकॉर्ड हुआ है।
AQI लेवल अगर 0-50 के बीच होता है तो उसे अच्छी श्रेणी का माना जाता है। अगर AQI लेवल 51-100 के बीच होता है तो उसे ‘ठीक-ठाक’ माना जाता है। वहीं अगर AQI 101-200 के बीच होता है तो उसे ‘मध्यम’ कहा जाता है। इस दौरान अस्थमा और हार्ट पेशेंट को सांस लेने में परेशानी होती है। वहीं एयर क्वालिटी लेवल अगर 201-300 के बीच है तो उसे ‘खराब’ श्रेणी का माना जाता है। AQI 300 से ऊपर खराब, बहुत खराब . इस हवा के संपर्क में लंबे समय तक रहने पर ज्यादातर लोगों को सांस संबंधी बीमारियां हो सकती है।