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SI भर्ती मामले में नया मोड़, एसडीएम हनुमान राम की गिरफ्तारी, खुले कई राज

जयपुर। एसआई भर्ती परीक्षा 2021 फर्जीवाड़े मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। पुलिस द्वारा की गई एसडीएम की गिरफ्तारी से प्रदेश में हलचल मच गई है। इस बार पुलिस ने जैसलमेर जिले के फतेहगढ़ के एसडीएम हनुमान राम को पकड़ा है। इनके ऊपर डमी उम्मीदवार बनकर परीक्षा देने का आरोप है। पेपर लीक […]

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SDM Hanuman Ram arrested
  • April 10, 2025 9:36 am IST, Updated 3 days ago

जयपुर। एसआई भर्ती परीक्षा 2021 फर्जीवाड़े मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। पुलिस द्वारा की गई एसडीएम की गिरफ्तारी से प्रदेश में हलचल मच गई है। इस बार पुलिस ने जैसलमेर जिले के फतेहगढ़ के एसडीएम हनुमान राम को पकड़ा है। इनके ऊपर डमी उम्मीदवार बनकर परीक्षा देने का आरोप है।

पेपर लीक मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार

इसका खुलासा पिछले दिनों जोधफुर पुलिस द्वारा पेपर लीक मामले में पकड़े गए 2 आरोपी नरपत राम और उसकी पत्नी इंद्रा द्वारा किया गया। पकड़े गए दंपति ने पूछताछ में इस बात को कबूला था कि एसडीएम हनुमान राम ने डमी कैंडिडेट बनकर एसआई भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर दिया था। इसी आधार पर हनुमान राम को एसओजी द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इन गिरफ्तारियों से पहले हरखू जाट को पकड़ा गया था, जिसकी जगह पर हनुराम राम ने परीक्षा दी थी।

एसआई की परीक्षा में मिली सफलता

हरखू जाट ने बताया कि उसके लिए डमी उम्मीदावार की व्यवस्था इंद्रा और उसके पति नरपतराम ने की थी। एसडीएम हनुमान राम साल 2016 से आरएएस की तैयारी कर रहे थे। पहली बार में सफलता नहीं मिली तो दोबारा परीक्षा में बैठे। दूसरी बार में सफलता मिल गई। हनुमान राम ने एसआई परीक्षा 2021 में 22वीं रैंक प्राप्त की थी। हालांकि इससे पहले उनका चयन सांख्यिकी विभाग में हुई था। उन्होंने दूसरा प्रयास इसी नौकरी के साथ दिया था। बतौर एसडीएम जालौर सांचौर और अब जैसलमेर में कार्यरत हैं।

जांच के लिए टीम का गठन

राजस्थान में साल 2021 में एसआई भर्ती परीक्षा हुई थी। इसमें कुल 859 पदों के लिए उम्मीदवारों ने आवेदन मांगे गए थे। लगभग 8 लाख उम्मीदवारों से आवेदन प्राप्त हुए। रिटर्न एग्जाम, फिजिकल परीक्षा और इंटरव्यू सबकुछ क्लियर करने के बाद रिजल्ट भी आ गया। रिजल्ट में पेपर लीक की बात सामने आई कि हसनपुरा में पेपरलीक हुआ है। जिसके बाद साल 2023 में नई सरकार सत्ता में आई। सरकार ने पेपर लीक की जांच के लिए टीम का गठन किया। साल 2024 से गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है।


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