जयपुर। राष्ट्रीय मानवाधिकार (एनएचआरसी) आयोग ने प्रतापगढ़ के धरियावाद कांड को लेकर राजस्थान सरकार को नोटिस जारी करते हुए 4 सप्ताह का जवाब मांगा है. एनएचआरसी ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। एनएचआरसी ने राजस्थान सरकार से मांगा जवाब दरअसल राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक गर्भवती महिला को उसके पति और परिजनों […]
जयपुर। राष्ट्रीय मानवाधिकार (एनएचआरसी) आयोग ने प्रतापगढ़ के धरियावाद कांड को लेकर राजस्थान सरकार को नोटिस जारी करते हुए 4 सप्ताह का जवाब मांगा है. एनएचआरसी ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है।
दरअसल राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक गर्भवती महिला को उसके पति और परिजनों ने निर्वस्त्र कर पिटाई की थी. जिसके बाद इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.
एनएचआरसी की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार आयोग ने पाया कि अगर मीडिया रिपोर्ट सही हैं, तो यह पीड़िता के मानवाधिकार के उल्लंघन का गंभीर मामला है। एनएचआरसी ने राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर 4 हफ्ते के अंदर वारदात का विस्तृत ब्योरा मांगा है।वहीं सरकार से आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी भी मांगी गई है।
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक आदिवासी महिला को उसके पति ने पीटा, नग्न किया और उसके गांव में घुमाया। हमले के चौंकाने वाले वीडियो में पति, 21 वर्षीय महिला को उनके घर के बाहर निर्वस्त्र कर रहा है और उसे नग्न घुमा रहा है, जबकि वह मदद के लिए चिल्ला रही है. वीडियो में महिला रोते हुई नजर आ रही है.
मुख्यमंत्री गहलोत ने एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा कि प्रतापगढ़ जिले में पीहर और ससुराल पक्ष के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा एक महिला को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो सामने आया है. पुलिस महानिदेशक को एडीजी क्राइम को मौके पर भेजने एवं इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है. इन अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डालकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी.